भगत सिंह सदैव रहेंगे देशवासियों के प्रेरणा के अक्षुण्ण स्रोतः डॉ. बत्रा
जयन्ती पर किया शहीद भगत सिंह के चरणों में किया कोटि-कोटि नमन
हरिद्वार। शहीद भगत की जयन्ती पर महाविद्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें अपने परिवर्तनकारी विचारों व अद्वितीय त्याग से स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा देने वाले, देश के युवाओं में स्वाधीनता के संकल्प को जागृत करने वाले शहीद भगत सिंह के चरणों में कोटि-कोटि नमन किया।
इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि देश आज शहीदों के सिरमौर सरदार भगत सिंह की जयन्ती मना रहा है। माँ भारती के सपूत अमर शहीद भगत सिंह जयन्ती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन, वीरता और पराक्रम की उनकी गाथा देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करती रहेगी। साथ ही भगत सिंह सदैव हम सभी देशवासियों के प्रेरणा के अक्षुण्ण स्त्रोत रहेंगे। डॉ. बत्रा ने कहा कि आजादी मिलने के 16 साल पूर्व ही जिन्होंने जवानी में अपने प्राण देश के लिए न्यौछावर कर दिये ताकि आगे की पीढ़ियां स्वतंत्रता की खुली हवा में सांस ले सके और एक नये भारत का निर्माण कर सके। डॉ. बत्रा ने उपस्थित सभी में जोश भरते हुए कहा कि शहीद भगत सिंह के विचार आज भी किसी नौजवान में क्रान्ति भड़का देने की तपिश रखते हैं। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए चले आन्दोलनों में शहीद भगत सिंह की अहम भूमिका रहती थी। डॉ. बत्रा ने शहीद भगत सिंह के नारे ‘लिख रहा हूँ मैं अंजाम जिसका कल आगाज आयेगा-मेरे लहू का एक-एक कतरा कल देश में इंकलाब लायेगा’ के साथ शहीद भगत सिंह को नमन किया। डॉ. बत्रा ने बताय कि भगत सिंह ने एक अवसर पर कहा था कि जीवन अपने बूते जिया जाता है, दूसरों के बूते तो जनाजा निकलता है। इस अवसर पर डॉ. जगदीश चन्द्र आर्य, मोहन चन्द्र पाण्डेय, डॉ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, विनीत सक्सेना, नेहा गुप्ता, वैभव बत्रा, डॉ. प्रज्ञा जोशी, नेहा सिद्दकी आदि उपस्थित शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को शहीद भगत सिंह को नमन किया।
Comments
Post a Comment