उत्तराखंड में भाजपा विधायक पर महिला के गंभीर आरोप
उत्तराखंड में भाजपा विधायक पर महिला के गंभीर आरोप―‘कई बार किया दुष्कर्म, मेरी बेटी का DNA टेस्ट कराएं
उत्तराखंड में भाजपा के एक विधायक पर एक महिला ने अपने यौन-उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा है कि विधायक महेश नेगी उसकी पुत्री के पिता हैं और वह इसकी डीएनए जांच कराना चाहती है। पुलिस द्वारा पीड़ित महिला की एफआइआर तक दर्ज नहीं की जा रही है। इस पर मुख्यमंत्री से सवाल करने पर उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष पुलिस के पास पहुंचे हैं। पुलिस को अपना काम करने दिया जाए। नेगी ने फिलहाल इन आरोपों को नकारा है।
महिला ने देहरादून के नेहरू कॉलोनी पुलिस थाने में दी गई अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि विधायक ने वर्ष 2016 से उसके साथ नैनीताल, दिल्ली, मसूरी तथा देहरादून आदि अलग-अलग स्थानों पर कई बार दुष्कर्म किया। महिला ने दावा किया कि विधायक से उसकी एक बच्ची भी है और उसका डीएनए टेस्ट कर सत्यता का पता लगाया जा सकता है। महिला का आरोप है कि वह अपनी मां की बीमारी के इलाज के सिलसिले में विधायक से मिली थी।
एक महिला द्वारा अल्मोड़ा जिले की द्वाराहाट सीट से भाजपा विधायक महेश नेगी पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप से सूबे में सियासत गर्मा गई है। इससे सत्तारूढ़ भाजपा असहज स्थिति में नजर आ रही है, तो कांग्रेस सरकार की घेराबंदी में जुट गई है। कांग्रेस मांग कर रही है कि इस मामले में आरोप लगाने वाली महिला अगर अपने बच्चे की डीएनए जांच चाहती है, तो सरकार इसे सुनिश्चित कराए।
उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद नारायण दत्त तिवाड़ी के नेतृत्व मे पहली निर्वाचित सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत पर इस तरह का आरोप लगा था। इससे उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। इस मामले की सीबीआइ द्वारा डीएनए जांच कराने के बाद रावत बेदाग पाए गए थे। उस वक्त भाजपा विपक्ष में थी और उसने कांग्रेस की घेराबंदी के लिए जरा भी कसर नहीं छोड़ी थी। अब हरक सिंह रावत भाजपा में है और इस बार आरोप भाजपा के विधायक पर लगा है। स्वाभाविक रूप से कांग्रेस ने इसे मुद्दे के रूप में लपक लिया है और भाजपा सरकार पर पार्टी नेताओं के जोरदार हमले जारी हैं।
ऐसा ही मामला पूर्व मुख्यमंत्री व आंध्र प्रदेश के राज्यपाल रहे स्व. नारायण दत्त तिवाड़ी का भी रहा। लंबी कानूनी लड़ाई के बीच सुप्रीम कोर्ट द्वारा डीएनए जांच का आदेश पारित करने के बाद हुई फजीहत से बचने के लिए तिवाड़ी को आखिरकार मजबूरन उज्ज्वला शर्मा के पुत्र रोहित शर्मा को अपना जैविक पुत्र स्वीकारना पड़ा था।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कहना है कि भाजपा विधायक पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रही महिला डीएनए टेस्ट की चुनौती दे रही है, लेकिन सरकार और भाजपा दोनों चुप्पी साधे हैं। महिला की एफआइआर दर्ज नहीं की जा रही है। ऐसे में भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा सामने आ गया है।
इससे पहले, विधायक की पत्नी रीता नेगी ने भी महिला पर अपने पति को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए नेहरू कॉलोनी पुलिस थाने में एक मुकदमा दर्ज कराया है। रीता ने आरोप लगाया है कि महिला उनके पति को बदनाम कर रही है। विधायक की पत्नी ने अपनी शिकायत में कहा है कि महिला और उसका परिवार उनके पति को ब्लैकमेल कर पांच करोड़ रूपये मांग रहा है।
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