जिस महापुरुष के नाम पर योजना है,- Harish Rawat
मनरेगा_श्रमिक जिस महापुरुष के नाम पर योजना है, आज उतनी ही कृपाकारी सिद्ध भी हो रही है। मगर #केंद्र_सरकार और #राज्य_सरकार, इसमें काम करने वाले कर्मचारियों और श्रमिकों की कितनी उपेक्षा कर रही है इसका एक उदाहरण काफी है, कर्मचारियों को मानदेय नहीं और 8-9 महीने से जो मैट्रियल कंपोनेंट है, जो कुशल श्रमिक का कंपोनेंट है, उसके पैसों का भुगतान नहीं हो रहा है, षड्यंत्र है मनरेगा को फेल करने का, बल्कि केन्द्र सरकार तो रीम्बर्स (Reimburse) कर देगी, राज्य सरकार ही कुछ पहल करे। आप एकमुश्त 8-9 महीने का मानदेय नहीं दे सकते हैं, तो एक-दो महीने का मानदेय दीजिये। आज एक #नारायण_रावत नाम का नौजवान जो समन्वयक है, जब मैंने जानकारी ली कि कहां-कहां आप लोगों की भूख हड़ताल चल रही है, तो कहने लगा हमारा अपना रोना है, हमसे ज्यादा रोना #पंचायतों का है क्योंकि जो मैट्रियल कंपोनेंट है और दक्ष श्रमिक का कंपोनेंट है, उसका पैसा आ ही नहीं रहा है।
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