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Showing posts from August, 2020

मसूरी देहरादून मार्ग को भारी वाहनों के लिए खोल दिया

मसूरी । मसूरी देहरादून मार्ग को भारी वाहनों के लिए खोल दिया गया है। विगत दिनों भारी बरसात के कारण कोल्हूखेत पानी वाले बैंड़ पर रोड़ टूट गई थी। इस कारण बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लगी थी। लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता पुष्पेद्र कुमार ने बताया कि विगत दिनों मसूरी देहराूदून मार्ग कोल्हूपानी वाले बैंड़ पर टूट जाने के कारण बड़े वाहनों के लिए बंद कर दिया था। विभाग ने त्वरित गति से रोड़ मरम्मत का कार्य कराया। हालांकि अभी काफी कार्य शेष है लेकिन अब बड़े वाहन बस व तेल टैंकरों के लिए रोड़ को खोल दिया गया है। उन्होंने बताया कि अभी १० टायर वाले बड़े वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा। कार्य प्रगति पर होेने के कारण अधिक भार वाले वाहनों के लिए रोड़ अभी बंद है। उनके लिए भी शीघ्र रोड़ को खोल दिया जायेगा

शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम महाराज जयन्ती विधिपूर्वक मनाई

सनातन हिन्दू धर्म के ध्वजवाहक ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम महाराज जयन्ती विधिपूर्वक मनाई गई। इस मौके पर विश्व को वैश्विक महामारी कोरोना से मुक्ति प्रदान करने की कामना की गई। ॥ मंगलवार पूर्वाह्न सहस्रधारा रोड़ स्थित नृसिंह कुटिया में परंपरागत रूप से ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम महाराज जयन्ती मनाई गई। इस अवसर पर भागवत भवन में स्थित भगवान शंकराचार्य के श्रीविग्रह का पंचामृत अभिषेक के उपरांत पूजन किया गया। इसके बाद आरती कर प्रसाद वितरण किया गया। नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज के अनुसार सनातन हिन्दू धर्म को अत्यंत विषम परिस्थितियों में नवजीवन प्रदान कर देश की चारों दिशाओं में चार पवित्र धामों की स्थापना करने का कार्य मात्र ३२ वर्ष के जीवनकाल में कर देने का चमत्कार आदि शंकराचार्य ने किया। इसका पालन ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम महाराज ने जीवन पर्यन्त किया। ॥ ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी माधवाश्रम महाराज॥।

पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेन्द्र सिंह पंवार ने आरोप लगाया

देहरादून। उत्तराखंड़ क्रांति दल (उक्रांद) के संरक्षक व पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेन्द्र सिंह पंवार ने आरोप लगाया है कि भाजपा की कथनी व करनी में अंतर है। उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा ने अपने बिगडÃैल विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन को‚ जिसने उत्तराखंड की अस्मिता को ललकारा है तथा उनके शब्द माफ करने लायक नहीं हैं‚ को सम्मान पूर्वक वापस लेकर राज्य व राज्य की जनता का अपमान किया है। ॥ मंगलवार को दल के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि विधायक चैंपियन उत्तराखंड व यहां की जनता के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करता रहा है। भाजपा द्वारा प्रणव को वापस लेना इस बात का इशारा करती है कि भाजपा अपना जनाधार खो बैठी है। येन केन प्रकारेण सत्ता को दोबारा पाना चाहती है। विधायक प्रणव को माफ कर भाजपा ने अपने पतन का रास्ता बना लिया है। जनता उनको किसी कीमत पर माफ नहीं करेगी। कहा कि उक्रांद २४ अगस्त को उत्तराखंड के लिए काला दिवस मानता है। ॥ दल के संरक्षक श्री पंवार ने कहा कि यूकेड़ी आगामी विस चुनाव में सभी ७० विस सीटों पर चुनाव लडÃेगा। कांग्रेस व भाजपा से समान दूरी बनाकर चुना

जिस महापुरुष के नाम पर योजना है,- Harish Rawat

मनरेगा_श्रमिक जिस महापुरुष के नाम पर योजना है, आज उतनी ही कृपाकारी सिद्ध भी हो रही है। मगर #केंद्र_सरकार और #राज्य_सरकार , इसमें काम करने वाले कर्मचारियों और श्रमिकों की कितनी उपेक्षा कर रही है इसका एक उदाहरण काफी है, कर्मचारियों को मानदेय नहीं और 8-9 महीने से जो मैट्रियल कंपोनेंट है, जो कुशल श्रमिक का कंपोनेंट है, उसके पैसों का भुगतान नहीं हो रहा है, षड्यंत्र है मनरेगा को फेल करने का, बल्कि केन्द्र सरकार तो रीम्बर्स (Reimburse) कर देगी, राज्य सरकार ही कुछ पहल करे। आप एकमुश्त 8-9 महीने का मानदेय नहीं दे सकते हैं, तो एक-दो महीने का मानदेय दीजिये। आज एक #नारायण_रावत नाम का नौजवान जो समन्वयक है, जब मैंने जानकारी ली कि कहां-कहां आप लोगों की भूख हड़ताल चल रही है, तो कहने लगा हमारा अपना रोना है, हमसे ज्यादा रोना #पंचायतों का है क्योंकि जो मैट्रियल कंपोनेंट है और दक्ष श्रमिक का कंपोनेंट है, उसका पैसा आ ही नहीं रहा है।  

कई दिनों से सुशांत सिंह राजपूत पर जो नाटक चल रहा है- Shyam Singh Rawat

पिछले कई दिनों से सुशांत सिंह राजपूत पर जो नाटक चल रहा है, वैसे नाटक पहले भी हो चुके हैं। ऐसे ही नाटकों से संघी गैंग ने बरसों अपनी दुकान चलाई है परंतु बाकी नाटकों से ये अब मुंह छुपाते फिरते हैं। ◆ श्यामा प्रसाद की तथाकथित हत्या— पूरा संघी गैंग 1954 से चिल्ला रहा है—हमारे बाप को नेहरू जी ने मार डाला ये... अरे बाप का मर्डर हो गया रे.. छाती पीटते रहे गैंग के गुर्गे... परंतु जब खुद की सरकारें आईं तो CBI की जांच नहीं करवाई। अटल तो श्यामा प्रसाद का नाम भी नहीं लेता था। ◆ दीनदयाल की तथाकथित हत्या— इसमें भी संघी गैंग के गुर्गे रुदाली बन कर खूब नौटंकी किए परंतु दीनदयाल पर अचानक सब चुप हो गए! क्योंकि दीनदयाल की जांच होगी तो 'कोठा पुराण' बाहर निकलेगा। ऊपर से जनसंघ के बलराज मधोक ने जो संघी गैंग को ही दीनदयाल की हत्या का जिम्मेदार बताया था, उस पर जवाब देने पड़ेंगे। ब्रिटिशर्स के साथ रिश्ते, अंग्रेजों के लिए मुखबिरी और बाकी सारे पाप उजाले में आ जाएंगे। तो संघी गुर्गों ने दीनदयाल हत्या पर बोलना ही बन्द कर दिया। ◆ पूर्व प्रधानमंत्री कांग्रेसी नेता स्वर्गीय श्री लालबहादुर शास्त्रीजी का निधन जिस

फादर, सन एंड होली घोस्ट' - Shyam Singh Rawat

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'फादर, सन एंड होली घोस्ट' (गांधी जी और नेहरूद्वय के पारस्परिक अंतर्सम्बंधों की विवेचना) पंडित नेहरू और महात्मा गांधी की पहली मुलाक़ात 1916 में क्रिसमस के दिन हुई थी। उस दिन लखनऊ में कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन चल रहा था। तबसे चार साल पहले ही नेहरू इंग्लैंड में स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई कर भारत वापस लौटे थे। उस समय नेहरू 27 साल के थे और गांधी उनसे 20 साल बड़े यानी 47 के थे। दोनों ने एक-दूसरे को कौतुहल से देखा जरूर, लेकिन एक-दूसरे से कोई खास प्रभावित न हुए। क्योंकि तबसे करीब छह-सात वर्ष बाद 1922 से 1924 के बीच जब गांधी जी ने अपनी आत्मकथा यानी ‘सत्य के प्रयोग’ बोल-बोल कर लिखाई थी, तो उसमें कहीं भी जवाहरलाल नेहरू का जिक्र नहीं किया। हां, उनके पिता मोतीलाल नेहरू की चर्चा उसमें अवश्य हुई है। उस दौर में नेहरू यूरोपियन पोशाक पहना करते थे। हैरो और कैम्ब्रिज के संस्कार उन पर हावी थे और स्वयं गांधी के शब्दों में, ‘उन दिनों वे थोड़े घमंडी थे, जबकि उनमें कोई खास बात नहीं थी।’ यूं तो बड़े नेहरू (मोतीलाल) और महात्मा गांधी विचार और जीवन-शैली के स्तर पर एक-दूसरे से एकदम भिन्न थे, फिर भी दोनों में

आज बहुत चिंताजनक समाचार छपा है

आज बहुत चिंताजनक समाचार छपा है कि, देश के अंदर लगभग एक करोड़ लोग #नौकरियां खो चुके हैं और #उत्तराखंड के अंदर भी यह संख्या बहुत बड़ी है, हम पहले से ही बेरोजगारी की मार से त्रस्त हैं और उस पर कोरोनाजन्य जो बेरोजगारी पैदा हो रही है, उसने लोगों की कमर तोड़ दी है, नौजवानों में निराशा व्याप्त हो रही है, पिछले कुछ दिनों के अंदर महीने भी छोड़िये लगभग डेढ़ सौ के करीब आत्म हत्याएं हुई हैं, जिनमें से 100 के करीब आत्महत्याएं नौजवानों की हैं, जिनके सामने एक लंबा भविष्य था, वो अवसाद में मौत का फंदा अपने गले में डाल रहे हैं, हम लोगों के लिये यह चिंता का विषय है। मैंने पहले कहा था कि, सरकार अपने रिक्त पदों को भरने का काम नहीं कर रही है, अब मैं देख रहा हूं #मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना भी बीरबल की खिचड़ी की तरीके से धरातल पर उतर नहीं रही है और मैं यह भी देख रहा हूं कि मनरेगा अपने पूर्वज ढर्रे के अलावा कहीं नई संभावनाएं पैदा करने का काम ग्रामीण अंचल में नहीं कर रहा है, कोई ऐसी ठोस शुरुआत नहीं हो रही है जिससे लगे कि हम उत्तराखंड में बेरोजगारी से संघर्ष कर रहे हैं, लोगों के लिये रोजगार पैदा कर रहे हैं,

उत्तराखंड में भाजपा विधायक पर महिला के गंभीर आरोप

उत्तराखंड में भाजपा विधायक पर महिला के गंभीर आरोप―‘कई बार किया दुष्कर्म, मेरी बेटी का DNA टेस्ट कराएं उत्तराखंड में भाजपा के एक विधायक पर एक महिला ने अपने यौन-उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा है कि विधायक महेश नेगी उसकी पुत्री के पिता हैं और वह इसकी डीएनए जांच कराना चाहती है। पुलिस द्वारा पीड़ित महिला की एफआइआर तक दर्ज नहीं की जा रही है। इस पर मुख्यमंत्री से सवाल करने पर उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष पुलिस के पास पहुंचे हैं। पुलिस को अपना काम करने दिया जाए। नेगी ने फिलहाल इन आरोपों को नकारा है। महिला ने देहरादून के नेहरू कॉलोनी पुलिस थाने में दी गई अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि विधायक ने वर्ष 2016 से उसके साथ नैनीताल, दिल्ली, मसूरी तथा देहरादून आदि अलग-अलग स्थानों पर कई बार दुष्कर्म किया। महिला ने दावा किया कि विधायक से उसकी एक बच्ची भी है और उसका डीएनए टेस्ट कर सत्यता का पता लगाया जा सकता है। महिला का आरोप है कि वह अपनी मां की बीमारी के इलाज के सिलसिले में विधायक से मिली थी। एक महिला द्वारा अल्मोड़ा जिले की द्वाराहाट सीट से भाजपा विधायक महेश नेगी पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप से सूबे म

अनपढ़ रखेंगे इंडिया, तभी तो बर्बाद होगा इंडिया!

अनपढ़ रखेंगे इंडिया, तभी तो बर्बाद होगा इंडिया! माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर के चेले अटल बिहारी वाजपेयी ने 1999 में अपने प्रधानमंत्रित्व काल के दौरान अरुण शौरी की अगुवाई में देश की बहुमूल्य सम्पत्तियों को निजीकरण की भेंट चढ़ाने के लिए अपनी सरकार में विनिवेश मंत्रालय के तौर पर एक अनोखा मंत्रालय का गठन कर जिस तबाही की शुरुआत की थी, उसने आज इतना विकराल रूप धारण कर लिया है कि अब बात आइटीआइ जैसी रोजगारपरक प्रशिक्षण देने वाली इकाइयों तक को पूंजीपतियों के हवाले करने पर आ पहुंची है। यदि आप मोदी की नई शिक्षा नीति और निजीकरण को एक साथ जोड़ कर देखेंगे तो आपको सबकुछ पूंजीवाद को सौंप देने की तेजी साफ दिखाई दे जाएगी। संघ-भाजपा की निजीकरण की यह दुर्नीति देसी-विदेशी कार्पोरेट घरानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने की कवायद है और यह नई शिक्षा नीति गोलवलकर द्वारा तैयार किये गये ब्ल्यूप्रिंट के अनुसार उद्योगपतियों के लिए सस्ते मजदूर तैयार करने की योजना है। संघ-भाजपा देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंककर पूंजीपतियों को और भी अधिक अमीर तो गरीबों को और भी ज्यादा कंगाल बनाने की राह पर सरपट दौड़ रही हैं। पनिजीकरण क

पिछले कुछ दिनों से राज्य के हॉस्पिटल जिनमें बड़े-बड़े हॉस्पिटल्स भी हैं

पिछले कुछ दिनों से राज्य के हॉस्पिटल जिनमें बड़े-बड़े हॉस्पिटल्स भी हैं, हल्द्वानी में सुशीला तिवारी हॉस्पिटल है, दून हॉस्पिटल है, कुछ ऐसे समाचार आ रहे हैं जो बहुत चिंतित कर रहे हैं और कोरोना वार्डस की दुर्दशा का मामला कांग्रेस पहले भी उठा चुकी है और आज मुझे कुछ लोगों के फोन आये कि देहरादून में जो कोरोना वार्ड है उनमें पानी भर रहा है, कोई देख नहीं रहा है, तो ये जो सिलसिला है, असल में कोरोना के मरीज भी हमारे ही राज्य की नागरिक हैं और हमारी प्राथमिकताएं होनी चाहिये उनका इलाज जो है, एक एम्स हॉस्पिटल को छोड़कर की बाकी जगह से शिकायतें बहुत आ रही हैं, इस पर मैं उम्मीद करता हूं कि स्वास्थ्य सचिव महोदय ध्यान देंगे।

चीन ने अब तक की सबसे ख़तरनाक रणनीति के तहत हिमालय में तैनात की परमाणु मिसाइल

चीन ने अब तक की सबसे ख़तरनाक रणनीति के तहत हिमालय में तैनात की परमाणु मिसाइल भारत-चीन के शीर्ष अधिकारियों के बीच सहमति के बाद भी चीन पैंगॉन्ग झील और देपसांग इलाके से अपनी सेना को पीछे हटा नहीं रहा है। यही नहीं चीन भारत की सीमा से लगे अपने इलाके में नये-नये आयुधों को तैनात कर रहा है। सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों में हुए खुलासे के अनुसार चीन ने भारत के साथ सीमा विवाद और तनाव के बीच हिमालयी क्षेत्र को अपने नए हथियारों की टेस्टिंग का अड्डा बना लिया है। उसने पिछले महीने लाइव-फायर एक्सरसाइज में 122 मिलीमीटर की सैन्य वाहन पर रखे जाने वाली होवित्ज़र और HJ-10 एंटी टैंक मिसाइल का परीक्षण करने के बाद लद्दाख से 600 किलोमीटर की दूरी पर शिनजियांग प्रांत मे स्थित कोर्ला आर्मी बेस पर 4 से 5 हजार किलोमीटर तक मारक क्षमता वाली परमाणु बमवर्षक मिसाइल DF-26/21 तैनात की हैं। इन सैटेलाइट तस्वीरों में यह स्पष्ट होता है कि चीन ने भारतीय सीमा से सटकर बड़े पैमाने पर अपनी परमाणु शक्ति को बढ़ाया है। चीन की DF-26/21 मिसाइल अपनी दोहरी क्षमता के लिए दुनियाभर में जानी जाती हैं। यह परंपरागत और एटॉमिक हथियार ले जाने में

देसी राजनीति पर विदेशी असर— पढ़िए जिओ पॉलिटिक्स

देसी राजनीति पर विदेशी असर— पढ़िए जिओ पॉलिटिक्स अगर आप समझते हैं कि मोदी सरकार अपनी योग्यता और प्रतिभा से सत्ता में आई है और चाय वाले के प्रधानमंत्री बनने के पीछे उसी संविधान की विशेषता है जिसे बदलने और नजरअंदाज करने का काम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कई साल से चल रहा है तो निश्चित रूप से आपको इस गड़बड़झाले को समझने की इच्छा होगी। हिन्दी में यह काम कर सकने वाली शायद पहली पुस्तक बाजार में आई है। सबूतों के साथ पत्रकार नवनीत चतुर्वेदी ने काफी परिश्रम और अनुसंधान के बाद एक किताब लिखी है जिओ पॉलिटिक्स। फेसबुक पर इसकी चर्चा से मैं समझ रहा था कि यह रिलायंस वाला जियो है और नरेन्द्र मोदी की राजनीति में रिलायंस या अंबानी की भूमिका की चर्चा होगी। बाद में पता चला कि मामला बहुत आगे तक जाता है और इसीलिए यह जिओ पॉलिटिक्स है। बेशक दुनिया की राजनीति की चर्चा एक छोटी सी किताब में नहीं हो सकती है, तो आपको बताऊं कि यह पुस्तक का पहला हिस्सा है। आप समझ सकते हैं कि इसमें कैसे और कितने खुलासे होंगे। भारतीय राजनीति में विदेशी दिलचस्पी कोई नया मामला नहीं है। मोरारजी देसाई पर सीआइए का एजेंट होने का आरोप लगा था।

राहुल गांधी द्वारा यह कहना कि 'बीजेपी

राहुल गांधी द्वारा यह कहना कि 'बीजेपी और आरएसएस भारत में फ़ेसबुक और व्हाट्सऐप का नियंत्रण करती हैं और नफ़रत फैलाती हैं' अब एक ओपन ट्रूथ है। फेसबुक अब फेस और बुक तक ही नहीं रह गया है, बल्कि यह किसी भी व् ‍ यक्ति के चरित्र को चरितार्थ करता है। भारत में फेसबुक के 50 फीसदी से ज्यादा यूजर्स की उम्र 25 साल से कम है। व्हाट्सएप्प का विस्तार तो अब फेसबुक से भी कहीं ज्यादा व्यापक है। इसलिए यह दोनों वयस्क मतदाता की राजनैतिक अभिरुचि को प्रभावित करने के सबसे सशक्त माध्यम बने हुए हैं। आपको याद होगा कि अमित शाह ने कुछ साल पहले राजस्थान के कोटा में पार्टी कार्यकर्ताओं, शक्ति केंद्र कार्यकर्ताओं और सोशल मीडिया वॉलिंटियर्स को संबोधित करते हुए कहा कि उनका सोशल मीडिया संगठन इतना मजबूत है कि वो जैसा चाहें, वैसा संदेश जनता तक पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यूपी में उनके पास 32 लाख लोगों का व्हाट्सएप्प ग्रुप है, जिसमें सूचनाएं नीचे से ऊपर और ऊपर से नीचे तक जाती हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की इस ताकत के बल पर वो मनचाही सूचना जन-जन तक फैला सकते हैं। शाह ने कहा, "हम जो चाहें, वो संदेश जनता त

रामजन्मभूमि ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास कोरोना पॉजिटिव पाए गए

रामजन्मभूमि ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वे 5 अगस्त को अयोध्या में हुए राम मंदिर के भूमिपूजन के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर मौजूद थे। रामजन्मभूमि मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम के मंच पर मोदी के अलावा उप्र. की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और संघ प्रमुख मोहन भागवत ही मौजूद थे। बताया जा रहा है कि महंत नृत्य गोपालदास को इलाज के लिए जल्दी ही मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। जिसके लिए मुमं. योगी ने जिलाधिकारी मथुरा और मेदांता अस्पताल के डॉक्टर नरेश त्रेहान से भी बात की है। अब सवाल यह है कि महंत जी के अलावा उक्त मंच पर मौजूद रहे तीन अन्य व्यक्तियों की भी कोरोनावायरस के परीक्षण की आवश्यकता है या नहीं? यदि हां, तो क्या कराई गई? यदि हां, तो परिणाम क्या निकला? यदि नहीं तो क्यों? यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जांच में संक्रमण सामने आया तो क्या उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जायेगा? क्या सरकार ने इसके लिए आवश्यक प्रबंध किए हैं? जबकि गृहमंत्री पहले से ही इलाज के अधीन हैं तो फिर नरेंद्र मोदी की जगह कौन लेगा? आदि-इत्यादि......!

दो दिनों तक हुआ जन्मोत्सव

दो दिनों तक हुआ जन्मोत्सव प्रेम व भक्ति में डूबा मनोभाव कन्हैया ही कन्हैया छा रहे थे बाल रूप में नज़र आ रहे थे कन्हैया याद में व्रत निभाया मिठाई बनाई ,भोग लगाया कन्हैया के गुण कितने पाए क्या उन पर हम चल पाए ईर्ष्या, द्वेष, लोभ क्या छोड़ा काम,अहंकार ,मोह क्या छोड़ा सोलह कला सम्पन्न है कृष्ण कन्हैया उन जैसे बन कर दिखाओ तो भैया। ----श्रीगोपाल नारसन

यदि नरेंद्र मोदी के नजरिए से देखा जाए तो एक

यदि नरेंद्र मोदी के नजरिए से देखा जाए तो एक साल में लगभग 73 करोड़ रुपए कमाते हुए भी लाखों रुपए का सूट न पहनकर फटीचर घूमने वाला वह 28 साल का नौजवान बेवकूफ है। इतना ही नहीं वह वज्रमूर्ख भी इसलिए है क्योंकि वह अपनी सारी आमदनी अपने लोगों के लिए स्कूल, स्टेडियम आदि बनाने में खर्च कर देता है।  यहां बात हो रही है अफ्रीकी महाद्वीप के देश सेनेगल की राष्ट्रीय टीम के लिए एक विंगर के रूप में खेलने वाले पेशेवर फुटबॉलर सादियो माने की। जो 2016 से इंग्लैंड के प्रसिद्ध फुटबॉल क्लब लिवरपूल एफ०सी० की ओर से खेलते हैं। उनकी उम्र 28 वर्ष है। 10 अप्रैल, 1992 को जन्मे माने ने 2019 में 61 मैचों में 34 गोल दागने के अलावा 12 गोल करने में टीम की मदद की है। जहां करोड़ों कमाने वाले फुटबॉल खिलाड़ी हाइप्रोफाइल जिंदगी जीते हैं, लग्जरी कारों और महंगे सामानों का शौक रखते हैं, वहीं सिर्फ अपने क्लब से ही एक साल में लगभग 73 करोड़ रुपए कमाने वाले सादियो बिना स्क्रीनगार्ड लगे एक टूटे फोन से काम चला रहे हैं क्योंकि वे फोन की अपेक्षा अधिक तवज्जो अपने देश के गरीबों को देते हैं और उनकी मदद करते हैं। उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों

प्रथम ग्रासे मक्षिका पात:

प्रथम ग्रासे मक्षिका पात: क्या नीचे लिखी दुखद घटनाओं को अशुभ समय में मंदिर-निर्माण की शुरुआत करने के बुरे प्रभाव के रूप में देखा जा सकता है— 5 अगस्त की शाम को ही उत्तर प्रदेश में ही सरयू नदी में नाव पलटने से पांच लोगों की मृत्यु हो गई, 6 अगस्त को नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात के अहमदाबाद में कोविड-19 के एक अस्पताल में आग लगने से 8 लोगों की मौत हो गई, 7 अगस्त की सुबह केरल के मुन्नार में एक बड़ा भूस्खलन हुआ इस हादसे में अब तक 12 लोगों की जान चली गई है, 7 अगस्त की शाम को केरल में ही एयर इंडिया का एक विमान हादसे का शिकार हुआ जिसमें 191 लोग सवार थे, अभी तक पायलट समेत 11 यात्रियों की मृत्यु की सूचना है‌।

देश की आजादी के आंदोलन की

देश की आजादी के आंदोलन की अगस्त क्रांति है अनूठी गाथा सन 1857 से पहले रची थी इतिहास बनी जो क्रांति गाथा रुड़की के कुंजा बहादुर गांव की इतिहास में दर्ज है अमर कहानी सन 1824 में  बगावत करके खूब धूल चटाई थी अंग्रेजों को राजा विजय सिंह ने इतिहास रचा हक दिलवाया था किसानों को लड़ते लड़ते शहीद हो गए  सिर नही झुकाया राजा ने 152 को वट वृक्ष पर लटकाया  तिरंगा न झुकने दिया वीरो ने राष्ट्र प्रेम की यह गौरव गाथा  आज भी कुंजा की हर कोई कहता। -----श्रीगोपाल नारसन

राम मंदिर की तर्ज पर उत्तराखंड में बनेगा रामायण सर्किट

  अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण को भूमि पूजन होते ही उत्तराखंड सरकार ने भी राज्य में रामायण सर्किट पर फोकस कर लिया है। जल्द राज्य में भी रामायण सर्किट विकसित होगा।  रामायण सर्किट से देवप्रयाग में प्रभु श्रीराम का रघुनाथ मंदिर, ऋषिकेश में भरत मंदिर समेत शत्रुघ्न, लक्ष्मण मंदिरों को विकसित करने के साथ रामायण सर्किट तैयार होगा।  अयोध्या में रामजन्म भूमि पर मंदिर निर्माण की तैयारियों से यूपी में धार्मिक पर्यटन की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए पर्यटन विभाग उत्तराखंड में भी रामायण सर्किट को विस्तार देने की तैयारी में है।  इसके लिए ऋषिकेश, देवप्रयाग, पौड़ी में रामायण सर्किट से जुड़ी योजनाओं को तैयार किया जाएगा। ऋषिकेश में भरत मंदिर, मुनिकीरेती में शत्रुघ्न मंदिर के बाद देवप्रयाग में रघुनाथ मंदिर को भव्य रूप दिया जाएगा।  यहां धार्मिक पर्यटन के लिए आने वालों को रामायण सर्किट की विशेषताओं से रुबरू कराया जाएगा। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि श्री हेमकुंड साहिब के पास लक्ष्मण लोकपाल मंदिर को भी एक नया रूप दिया जाएगा।  बकौल महाराज, पर्यटन विभाग को रामायण सर्किट से जुड़ी योजनाओं का पूरा ख

कांग्रेस ने भाजपा सरकारको बताया असफल-

--देहरादून।जब से प्रदेश को कोरोना महामारी ने अपने आगोश में लिया है तब से ही सरकार लगातार उससे निजात पाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।लेकिन विपक्ष हमेशा से ही सरकार पर लगातार हमलावर हो रही है। कांग्रेस पार्टी भी वर्चुअल के जरिये पार्टी के एक एक कार्य कर्ता से जुड़ने का प्रयास कर रही हैं।कांग्रेस ने भी नैनीताल और हल्द्वानी सांगठनिक जिलों से वर्चुअल सम्मेलनों की शुरुआत की।देहरादून से कांग्रेस मुख्यालय से प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंहने इस कार्य की शुरुआत की।जिसमें इलाहाबाद से प्रदेश प्रभारी श्रीअनुग्रह  नारायण सिंह व सह प्रभारी दिल्ली से शामिल हुए।हरीश रावत देरादून से तथा हल्द्वानी से इंद्रा ह्रदयेश ने भाग लिया।कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार प्रदेश के अंदर कोरोना के संक्रमण को रोकने में पूरी तरह विफल साबित हुई है।अभी तक सरकार ने कोरोना पर अंकुश नहीं लगाया है।इसके साथ साथ प्रदेश के अंदर पर्यटन पूरी तरह खत्म हो गया है।जिससे पर्यटन से जुड़े हुए लोग बेरोजगार हो गए हैं।उनके परिवार वालों के सामने रोजी रोटी की परेशानी बढ़ गई है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार जनता की लड़ाई ल

नए कण्ट्रोलर आफ ऑडिटर जनरल क्या CAG की गिरती साख बचा पाएगें

  नए कण्ट्रोलर आफ ऑडिटर जनरल क्या CAG की गिरती साख बचा पाएगें  केंद्र ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहें व गुजरात कैडर के नौकरशाह  श्री ज़ी सी  मुर्मू को नया कण्ट्रोलर आफ  ऑडिट जनरल बनाया गया है ,CAG पर कई सवाल है कि कई विभागों जिसमें विशेष रूप से वित्त से जुड़ी कई रिपोर्ट्स संसद के पटल पर रखने में एक वर्ष से लेकर दो दो वर्षों की देरी क्यूँ की जारही है ,मार्च में समाप्त हुवे सत्र में भी पटल पर जो रिपोर्ट्स संसद में रखी जानी थी पेश नही की गई ,बताया गया की रिपोर्ट तय्यार नही हो पायी ,CAG की रिपोर्ट पेश करने से बचा जाना संसद  व CAG जैसी संविधानिक संस्थाओं का अवसान तो दर्शाता ही है ,हर वर्ष रिपोर्ट सार्वजनिक करने पर लगातार देरी पर CAG की जवाबदेयी तय नही होनी चाहिए क्या ? पिछले काफ़ी समय से संविधानिक संस्थाओं का अवमूल्यन लोकतंत्र के लिए गम्भीर ख़तरा हैं आफ ऑडिटर जनरल क्या CAG की गिरती साख बचा पाएगें  केंद्र ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहें व गुजरात कैडर के नौकरशाह  श्री ज़ी सी  मुर्मू को नया कण्ट्रोलर आफ  ऑडिट जनरल बनाया गया है ,CAG पर कई सवाल है कि कई विभागों जिसमें विशेष रूप से वित्त से जुड

शहर में सड़कों का बुरा हाल---

शहर में सड़कों की स्थिति ठीक नहीं है । कहीं पर सड़क खुदी है। तो कही पर सड़क में गड्ढे हैं। शहर में सुभाष रोड खुदी  है ।इससे लोगों को आवागमन मैं दिक्कत आ रही है। इसी तरह से ईसी रोड को खोद कर छोड़ा हुआ है। वही क्रॉस रोड में भी दिक्कत है। ऐसे ही कान्वेंट रोड भी जगह-जगह टूटी है। इसके अलावा गांधी पार्क से घंटाघर के बीच की सड़क ठीक नहीं है। रायपुर रोड में चुना भट्टा के पास सड़क का बुरा हाल है। यहां बारिश होते ही सड़क में काफी जलभराव होता है । इस जगह पर ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त है। कालिदास रोड के भी बुरा हाल हैं। जगह जगह मिट्टी के ढेर लगे हैं ।इससे लोग परेशान हैं । ब्राह्मण वाला क्षेत्र का राजीव जु याल मार्ग बारिश से जगह-जगह तालाब में तब्दील हो गया है। घरों में भी पानी घुस रहा है। इससे परेशान लोगों का गुस्सा गुरुवार को फूट पड़ा। लोगों ने गुरुवार को मार्ग पर आवाजाही रोक कर स्थानीय पार्षद के खिलाफ प्रदर्शन किया। गुरुवार को दोपहर में चटक धूप के बाद शाम को बारिश होने से मौसम सुहावना हो गया ।

अनुच्छेद 370 हटाने की पहली बरसी पर कश्मीर में फिर कर्फ्यू

अनुच्छेद 370 हटाने की पहली बरसी पर कश्मीर में फिर कर्फ्यू 5 अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद—370 खत्म करते हुए कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में भी विभाजित कर दिया था।  उस घोषणा की आज पहली वर्षगांठ है। इस मौके पर हिंसा और प्रदर्शनों की आशंका में सरकार ने ‘पुख्ता सूचना' के आधार पर सोमवार को श्रीनगर में कर्फ्यू लगा दिया जो आज पांच अगस्त तक प्रभावी है। जिलाधिकारी शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि अलगाववादी पांच अगस्त को ‘काला दिवस' के रूप में मनाने, हिंसा और प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं, ऐसे में कोई भी बड़ा जमावड़ा कोविड-19 उन्मूलन की दिशा में किए गए कार्यों के लिए भी घातक सिद्ध होगा। इसी तरह का कर्फ्यू पिछले साल अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने से पहले लगाया गया था। जिसके तुरंत बाद सैकड़ों राजनीतिक नेताओं को हिरासत में लिया गया या गिरफ्तार किया गया था। उनमें से पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती सहित कई नेता अभी भी नजरबंद हैं। लगभग आठ महीने हिरासत में रहने के बाद 11 मार्च को रिहा हुए पूर्व मुख्यमंत्री उम

गुजरात की मोरबी रियासत में स्थित एक गांव टंकारा में जन्मा मूलशंकर

गुजरात की मोरबी रियासत में स्थित एक गांव टंकारा में जन्मा मूलशंकर नामक बालक भी शिवरात्रि को मंदिर में रात भर जागकर भगवान शिव के संकीर्तन में शामिल होने अपने माता-पिता के साथ आया था। अर्द्धरात्रि होते-होते सभी भक्तगण एक-एक कर गहरी नींद सो गए लेकिन मूलशंकर यह समझते हुए कि भगवान भोलेनाथ रात्रि में दर्शन देते हैं, एकटक शिवलिंग पर आंखें गड़ाए जागते रहा। उसकी धारणा थी कि भगवान शिव आयेंगे और प्रसाद ग्रहण करेंगे लेकिन उसने देखा कि शिवजी के लिए रखे भोग को चूहे खा रहे हैं। चूहे शिवलिंग के आसपास, शक्ति और ऊपर चढ़कर वहां रखे फलों को कुतर रहे हैं।  बस इसी एक छोटी-सी घटना ने बालक मूलशंकर के भीतर क्रांति मचा दी। वह सोचने लगा कि जो ईश्वर स्वयं को चढ़ाये गये प्रसाद की रक्षा नहीं कर सकता वह लोगों की रक्षा क्या करेगा? इस बात पर उन्होंने अपने पिता से बहस की। उनका तर्क था कि हमें ऐसे असहाय ईश्वर की उपासना नहीं करनी चाहिए। इसी उहापोह में वह सत्य की खोज में घर से निकल गया। उसकी खोजी प्रवृत्ति उसे दंडीस्वामी बिरजानंद की शरण में वृंदावन ले गई जिन्होंने उसे मूलशंकर से स्वामी दयानंद सरस्वती के रूप में ढाल कर विश

बाजार हुए गुलजार---

देहरादून।जब से कोरोना  चला है तब से लोगों में एक ख़ौफ़ पैदा हो गया था।लोगों का घर से निकलना बंद हो गया था। बाजारों में कोई नहीं जा रहा था।बाजार की गलियां वीरान सी हो गई थी।सरकार ने भी कोरोना से बचने के लिए प्रदेश में लॉक डाउन कर दिया था।जिससे कोरोना के कहर को रोका जा सके।लेकिन अब सरकार ने धीरे धीरे से लॉक डाउन को खोल दिया है।लेकिन लॉक डाउन हटने के बाद भी बाजारों में कोई भी ग्राहक नही जा रहे थे।दुकानदार परेशान थे कि काम कैसे चल पाएगा।क्योंकि सभी त्योहारों पर बाजारों में रौनक फीकी पड़ रही थी।लेकिन रक्षा बंधन का ऐसा त्योहार आया कि इसने सारे बन्धनों को तोड़ दिया।कोरोना काल से सुस्त पड़े राजधानी के बाजारों में रक्षा बंधन से एक दिन पहले ही रौनक देखने को मिली।क्योंकि सरकार ने अबकीबार रविवार को लॉक डाउन नही किया था।इस लिये ही रक्षा बंधन से एक दिन पहले ही बाजार सज गए थे और लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खरीददारी की और महिलाओं ने हाथों पर मेंहदी लगवाई।सबने अपनी अपनी पसंद की राखियां खरीदी।मिठाई का कारोबार भी सुस्त पड़ा हुआ था लेकिन इस त्योहार पर उसमेंभी जान आ गई थी।क्योंकि लोगों ने एक

पारिजात का इतिहास बड़ा है

पारिजात का इतिहास बड़ा है कई युगों से पारिजात खड़ा है समुद्र मंथन का यह दिव्य वृक्ष है देवलोक इसका पहला स्थल है हरिवंश पुराण में महिमा मिलती पारिजात छूने से थकान मिटती फल नही सिर्फ पुष्प का स्वामी गुणों में नही कोई इसका सानी इसके पुष्पों से चिर यौवन मिलता पुष्प इसका एक वर्ष में खिलता एडोसोनिया वर्ग में वृक्ष यह आता पांच प्रजातियों से है इसका नाता बोरोलिया गांव इसका आशियाना देखने इसको अयोध्या भी जाना। -----श्रीगोपाल नारसन

पूरा भारतवर्ष राम मय हुआ---

देहरादून।हिन्दू आस्था का केन्द्र बनी अयोध्या नगरी  रंग बिरंगे रंगों से ऐसी रंगी कि मानो पृथ्वी पर स्वर्ग आ गया हो।कई सौ वर्षों से जिस बात का इंतजार था वो अब खत्म हो गया।सभी की इच्छा थी कि अयोध्या में भगवान राम का एक ऐसा भव्य मंदिर बने कीजिसे हर आदमी देखता ही रहे।बहुत लम्बे संघर्ष के बाद लोगों का ये सपना पूरा हो गया।सरकारे तो बहुत आई लेकिन किसी ने भी इस बात का साहस नहीं किया था कि मंदिर निर्माण का कार्य किया जाये।जब देश के अंदर भाजपा की सरकार आयी थी तो उसी समय भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने संकल्प लिया था कि हम मन्दिर जरूर बनायेगें कि चाहे इस काम केलिए कुछ भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े।और वो वादा सरकार ने पूरा किया।क्योंकि उत्तर प्रदेश में भी भाजपा और केंद्र में भी भाजपा की सरकार है इस लिए भी यह कार्य आसान हो गया था।लेकिन विपक्ष की भी इच्छा थी कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बने।जब1शिलान्यास किया जा रहा था तो भारत में तो जय श्री राम का उदघोष हो रहा था लेकिन इसके साथ साथ दूसरे देशों में भगवान राम की जय जय कार हो रही थी।इस अवसर पर पूरी अयोध्या को ऐसा सजाया गया जैसे मानो किसी दुल्हन को स