भाजपा के मंत्रियों को खुली छूट--देहरादून।
कोरोना महामारी के चलते हुए पूरे प्रदेश में लॉक डाउन के कारण सभी मंदिरों को बंद किया हुआ है।जबकि ये सावन का महीना सभी हिंदुओ केलिए बहुत मायने रखता है।इस महीने के साथ लाखो लोगो की आस्था जुडी हुई होती है।लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए गंगा स्नान, कावड़ जैसे सभी कार्येकर्मो पर रोक लगा रखी है।शिव रात्रि के मौके पर सभी मंदिरों पर पुलिस का सख्त पहरा लगा हुआ था।जिससे कोई श्राद्धलु मन्दिर में जल अभिषेक न कर सके।लेकिन यह नियम केवल आम जनता के लिए बनाया गया हैया फिर दूसरी पार्टियों के लिए।अगर कांग्रेस का कोई नेता मन्दिर में जाकर जल अभिषेक करता या पूजा अर्चना करता शायद उसको मन्दिर में प्रवेश ना मिल पाता।लेकिन भाजपा के माननीय मंत्री श्री मदन कौशिक जी व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री बंशीधर भगत जी प्रतिबंध लगा होने के बावजूद कनखल स्थित दक्ष प्रजापति के मंदिर मे आराम से उनके काफिले को प्रवेश दे दिया जाता है और आराम से जल अभिषेक किया और पूजा अर्चना की क्योंकि वे तो प्रदेश के मंत्री है दूसरे भाजपा के अध्यक्ष है उनकी तो सरकार है।उनके लिए कोई नियम कानून नही है वो तो केवल आम जनता के लिए होता है।उन्होंने तो कानून जनता के लिए बनाया है अपने लिए थोड़ा ही बनाया है।जबकि मन्दिर के गेट पर नोटिस चिपका हुआ था कि मंदिर परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित है।उसी को लेकर हिन्दू वादी नेता साध्वी प्राची को गेट से बैरंग लोटा दिया गया था और मंत्री जी और अध्यक्ष महोदय के काफिले के लिए तुरंत गेट खोल दिया गया।कोरोना तो केवल आम जनता के द्वारा या विपक्ष के कारण फ़ैल सकता है।भाजपा के द्वारा नही।अबकी बारआम जनता अपने भोले नाथ के दर्शन, पूजा अर्चना, जल अभिषेक के बिना करे निराश नजर आ रही है।क्योंकि ये पहली बार ऐसा हुआ है। वरना इस पूरे महीने देश के ज्यादा तर हिस्सों में हर हर महादेव की आवाज चारों और गूंजती थी।अबकी बार चारों ओर सन्नाटे जैसा माहौल पसरा हुआ है।खासकर उत्तराखंड में पूरे माह हर्सोल्लास का माहौल रहता था।अबकीबार कोरोना ने पूरी रौनक को ही ग्रहण लगा दिया है।
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