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Showing posts from June, 2020

पूरा देश चुनोतियो का सामना करने को पीएम के साथ

देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि तमाम चुनोतियो  का सामना करने के लिए पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है। वर्ष 2020 चुनोतियो का वर्ष है। हम इन चुनोतियो पर जीत हासिल कर लेंगे। रविवार को मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के 'मन की बात' कार्यक्रम को सुना । इसके बाद मुख्यमंत्री ने एक संदेश जारी कर कहा कि देश का हर नागरिक राष्ट्रों को समर्पित है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना जैसी महामारी से सफलतापूर्वक लड़ाई लड़ी जा रही है। उनके द्वारा सही वक्त पर लिए गये निर्णयो से ही भारत मे कोरोना को नियंत्रण कर पाए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वर्ष चुनोतियाँ का है। कोई भी देश को आँख उठाकर नही देख सकता है। देश के वीर जवानों ने अपनी वीरता से यह साबित किया है। देश की सुरक्षा के लिए उनके बलिदान को पूरा देश नमन करता है।

चारधाम यात्रा 1 जुलाई से शुरू करने की तैयारी

चारधाम यात्रा 1 जुलाई से शुरू करने की तैयारी, आज जारी होगी गाइडलाइन लंबे असमंजस व ऊहापोह के बाद आखिरकार सरकार 1 जुलाई से चारधाम यात्रा शुरू करने को तैयार हो गई है। राज्य के भीतर एक जिले से दूसरे जिले में लोगों को चारधाम के दर्शन की सीमित संख्या में अनुमति ही दी जाएगी। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने बताया कि अभी राज्य के भीतर के लोगों को ही मंजूरी दी जा रही है। इसके लिए लोगों को सम्बन्धित धाम के जिला प्रशासन से मंजूरी लेनी होगी। सोमवार तक तीनों जिला प्रशासन वेबसाइट जारी कर देगा। स्थानीय प्रशासन से यात्रा पास जारी होने के बाद ही लोग यात्रा कर सकेंगे। अभी तक  धामों से जुड़े जिलों उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली के भीतर के ही स्थानीय लोगों को ही मंजूरी दी गई थी। बदरीनाथ धाम में तो पूरे जिले को भी मंजूरी नहीं थी।  कंटेनमेंट जोन के लोगों को नहीं होगी मंजूरी अभी राज्य के कंटेनमेंट जोन वाले क्षेत्र के लोगों को धामों में दर्शन की अनुमति नहीं होगी। राज्य के लोगों को अपने स्थानीय निवासी का प्रमाण के रूप में आईडी दिखानी होगी। क्वारंटाइन किए गए लोगों को भी धाम में जाने की मंजू

राजनैतिक बिसात पर एक बार फिर दोषारोपण का खेल

राजनैतिक बिसात पर एक बार फिर दोषारोपण का खेल खेला जाने लगा है जो कि 2014 के बाद से अपने निम्न स्तर को बार बार छूने को प्रयासरत रहा है। जनमानस को लगने लगा है कि आदर्श नेताओं का जमाना अब चूक गया वो वक्त अब बीत गया जब सत्ता पक्ष का हो या विपक्ष का नेता अपने लिये सम्मान आदरभाव कमाने को अपनी सबसे बड़ी पूंजी समझता था। पैसा कमाना नेताओं कि निजी जरूरत से ज्यादा उनकी मजबूरी बन जाता है सत्ता के गलियारों के नजदीक रह कर मैनें ये समझा है। निम्नवर्गीय या मध्यम वर्गीय परिवार से निकल कर आप जनप्रतिनिधि बनते हैं फिर अगर आपको चुनाव लडना पडता है तो करोंडो का चुनाव लडने के लिये आपको अपने समस्त प्रियजनों एंव अन्य लोगों के चंदे पर निर्भर हो जाना पडता है, उस चंदे को देने के साथ उक्त व्यक्ति कि आपकी जीत के साथ महत्वकांक्षायें भी जुड जाती हैं जिन्हे पूरी करना आपकी जीत के साथ एक अहम कर्तव्य बन जाता है फिर जीत के साथ हजारों रूपये कि अपने कार्यकर्ताओं को रोज कि चाय पानी, आपके दर पर आये गरीब कि बीमारी, किसी गरीब कि लडकी कि शादी ऊपर से हमारे देश में सालाना जो सैकड़ों आयोजन होते हैं होली, माता का जागरण, रिबन कटवाने क

वेबीनार के माध्यम से दी अपनी भावभीनी श्रंद्धाजलि

देहरादून 29 जून 2020 वेबीनार से पहाड़ की लोक संस्कृति के प्रख्यात पुरोधा जीत सिंह नेगी को हरीश रावत सहित पदमश्री, साहित्य संगीत की विभूतियों ने जूम वेबीनार के माध्यम से दी अपनी भावभीनी श्रंद्धाजलि। वेबीनार का आयोजन दिवंगत सांसद व पूर्व मेयर के सपनों को सर्मपित मनोरमा डोबरियाल शर्मा मैमोरियल फाउंडेशन द्वारा किया गया। आज दिवंगत सांसद एंव पूर्व मेयर को सर्मपित मेयर मनोरमा डोबरियाल शर्मा मैमोरियल फाउंडेशन ने प्रख्यात कलाकार, साहित्यकार, रचनाकार, फिल्म निर्देशक स्व0 जीत सिंह नेगी को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पदमश्री अवधेश कौशल, पदमश्री बंसती बिष्ट, संगीतकार जुबिन नौटियाल फिल्म कलाकार हेमन्त पाण्डे, संगीता डोडियाल, रेखा धस्माना, प्रदीप भण्ड़ारी, मीना राणा सहित दर्जनों कलाकारों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपनी श्रद्धजंलि अर्पित करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड़ की संस्कृतिक विरासत के अदभूत स्तम्भ, लोक साहित्य, लोक गीत आदि को पोषित-पल्लवित करने वाला एक नक्षत्र हमारे बीच में नही रहा है और कहा कि हमारी संस्कृति की अपूर्णनीय क्षति है कहा कि अपने मुख्यमंत्री काल के द

साप्ताहिकी बन्दी खत्म

साप्ताहिकी बन्दी खत्म देहरादून।कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने सुरक्षा की द्रष्टि से जो साप्ताहिक बन्दी की थी।वह अब समाप्त कर दी गई है।अब पहले की ही तरह सुबहसे  लेकर शाम 8बजे तक बाज़ार खुलेंगे।डी एम देहरादून ने बताया कि निरंजन पुर मंडी मे कोरोना के मरीज मिलने के कारण साप्ताहिकी बंदी कि गई थी।लेकिन वहाँ अब कोई कोरोना का कोई भी नया मामला नहीं है।इसलिए यह बंदी समाप्त कर दी गई है।इस बात से व्यापार मंडल से जुड़े हुए पदाधिकारियों का कहना है कि अब इस बात से व्यपारी लोगों मे खुशी की एक लहर आ गई है।क्योंकि पिछले काफी दिनों से बाजार मे मायूसी चल रही है।डी एम देहरादून ने सभी को कोरोना को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।घर से बाहर निकलते हुए मास्क एवं सेनेटाइजर का इस्तेमाल जरूर करना होगा।सरकार ने सुबह मॉर्निंग वॉक के समय में भी परिवर्तन कर दिया था लेकिन अब पहले वाले ही नियम को ही लागू कर दिया है।अब सुबह5बजे से सभी लोग मोर्निंग वाक कर सकते हैंऔर सुबह की ताजी हवा का आनंद ले सकते हैं।अब देहरादून कि सड़कों पर आपको सिटी बस, ऑटो, विक्रम दौड़ते नजर आएंगे।अब

लॉकडाउन खत्म करने से व्यापारी बहुत खुश

S शनिवार और रविवार को दो दिन के लॉकडाउन खत्म करने से व्यापारी बहुत खुश हैं। उन्होंने इस फैसले को बाजार को रफ्तार देने वाला बताया। कोरोना महामारी के दौर में बाजार को लेकर कई तरह के नियम बनाएं गए। अब व्यापारी सवाल उठा रहे हैं कि क्या रविवार को भी बाजार खुला रहेंगा। अगर ऐसा है तो  यह ठीक नहीं होगा। वह साप्ताहिक बंदी को लॉक डाउन की तरह इस्तेमाल करने की भी मांग कर रहे हैं। ताकि कोरोना से बचाव को लेकर बीच-बीच में उचित कदम उठाए जा सकें। उत्तराखंड में अब बाजार और मोहल्लों की दुकानें  आठ बजे तक खुल सकेंगी। अब सुबह 5:00 बजे लोग मॉर्निंग वॉक और खिलाड़ी प्रैक्टिस शुरू कर सकेंगे है। उनतीस जून से देहरादून नगर निगम और कैंट बोर्ड क्षेत्र में यह आदेश लागू हो जाएंगे।  हालांकि कंटेनमेंट जोन में कोई छुट नहीं दी गई है।मगर इसके साथ ही है कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए भी पर्याप्त प्रबंधन किए जाने चाहिए। शनिवार और रविवार को बाजार खुलने से कारोबार में थोड़ा सुधार होगा ।खासकर रविवार को बाजार खुला खुलेगा ।तो नौकरी पेशा लोग भी आकर खरीदारी कर सकेंगे। वही शाम को समय 8:00 बजे किए जाने से अब ऑफिस या अन्य ज

क्या घिर रहा है भारत

क्या घिर रहा है भारत  - देश का 446.52 करोड़ रूपये खर्च करके 44 देशों कि यात्रा करने वाले साहेब के हाथ में आज बाबा जी का ठल्लू है अर्थात देश के 446.52 करोड़ स्वाह हो गये। जिस देश अमेरिका से प्रेम कि पींगे बढाने में सबसे ज्यादा देश का पैसा बर्बाद किया गया है उन्ही डोनाल्ड ट्रंप कि अमेरिका में हालात खराब है और उनके खिलाफ खडे होने जा रहे अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ने मोदी के कशमीर नीती से लेकर सारे अहम फैसलों पर उंगली उठा दी है, अब अगर ट्रंप हार जाते हैं तो क्या अमेरिका जिसके लिये हमने अपने सोवियत रूस जैसे स्वभाविक दोस्तों से किनारा किया था क्या उनसे विश्वास पुनः कायम किया जाना मुमकिन होगा और अमेरिका में विपक्षी उम्मीदवार के जीतने कि दशा में भारत को ट्रंप प्रेम कि वजह से क्या दुष्परिणाम भुगतने पड सकते हैं क्या भारत सरकार ने कभी उनका मुल्यांकन किया है। नेपाल का भारत के प्रति आक्रमक रवैया सबसे ज्यादा हताश और क्षुब्द करने वाला रहा है अभी तक जो कि कूटनीतिक स्तर पर मोदी सरकार कि सबसे बड़ी नाकामी कही जा सकती है। चीन विवाद मुद्दे पर हमेशा से भारत का सशक्त रूप से समर्थन करके पक्ष में खड़े

सम्पादकीय

राजनैतिक बिसात पर एक बार फिर दोषारोपण का खेल खेला जाने लगा है जो कि 2014 के बाद से अपने निम्न स्तर को बार बार छूने को प्रयासरत रहा है। जनमानस को लगने लगा है कि आदर्श नेताओं का जमाना अब चूक गया वो वक्त अब बीत गया जब सत्ता पक्ष का हो या विपक्ष का नेता अपने लिये सम्मान आदरभाव कमाने को अपनी सबसे बड़ी पूंजी समझता था। पैसा कमाना नेताओं कि निजी जरूरत से ज्यादा उनकी मजबूरी बन जाता है सत्ता के गलियारों के नजदीक रह कर मैनें ये समझा है। निम्नवर्गीय या मध्यम वर्गीय परिवार से निकल कर आप जनप्रतिनिधि बनते हैं फिर अगर आपको चुनाव लडना पडता है तो करोंडो का चुनाव लडने के लिये आपको अपने समस्त प्रियजनों एंव अन्य लोगों के चंदे पर निर्भर हो जाना पडता है, उस चंदे को देने के साथ उक्त व्यक्ति कि आपकी जीत के साथ महत्वकांक्षायें भी जुड जाती हैं जिन्हे पूरी करना आपकी जीत के साथ एक अहम कर्तव्य बन जाता है फिर जीत के साथ हजारों रूपये कि अपने कार्यकर्ताओं को रोज कि चाय पानी, आपके दर पर आये गरीब कि बीमारी, किसी गरीब कि लडकी कि शादी ऊपर से हमारे देश में सालाना जो सैकड़ों आयोजन होते हैं होली, माता का जागरण, रिबन कटवाने क

कालचक्र की गति निराली

कालचक्र की गति निराली सारी सृष्टि इसी में समा ली जो हो रहा है होकर रहेगा कभी कोई रोक न पाएगा बस, द्रष्टा बन देखते जाओ स्वयं को उसमे न उलझाओ पार्ट बजाना तुम्हारी नियति लाना ले जाना उसकी नियति जो आया वह अवश्य जाएगा साथ मे अपने कर्म ले जाएगा बस,सद्कर्मों पर ही ज़ोर दो यह जीवन अपना संवार लो। श्रीगोपाल नारसन

रुद्रप्रयाग बाजार में एक पीपल का पेड़ है और इसके नीचे विराजमान हनुमान जी

रुद्रप्रयाग बाजार में एक पीपल का पेड़ है और इसके नीचे विराजमान हनुमान जी।  जो भी रुद्रप्रयाग गया होगा उन सब पर उस पेड़ का कर्जा है, क्योंकि पेड़ की छाया का आनंद तो सबने लिया ही होगा।   सुना है कट्टर और अतिराष्ट्रवाद के विकास की बेदी में आज हनुमान मंदिर तो शहीद हो गए हैं, पर पीपल के पेड़ को अभी काटा नहीं गया है।   पेड़ को बचाने की मुहीम हमारे कुछ प्रोग्रेसिव नौजवान मित्र कर रहे हैं।  ये सभी वो लोग हैं जो अतिराष्ट्रवाद और अंधभक्ति की बाढ़ में बहने से बच गए थे।  ये लोग आज इस पेड़ को बचाने के लिए  मुहीम चला रहे हैं और जो लोग इस पेड़ की पूजा करते थे, आते जाते हनुमान जी से आशीर्वाद ले लेते थे, गृह प्रवेश, सत्यनारायण की कथा के लिए इस पेड़ के पत्ते ले जाते थे, वो अभी भी मानकर चल रहे हैं कि फलां है तो सब मुमकिन है और सब ठीक ही हो रहा ठैरा।   मेरा अपने प्रोग्रेसिव मित्रों से कहना है कि लोगों ने पिछले दो तीन चुनाव में, वोट तो इस पीपल के पेड़ को काटने और हनुमान मंदिर को ढहाने के लिए ही दिया था।  अगर नहीं दिया  तो क्या किसी ने इस तथाकथित आल वेदर रोड के औचित्य के बारे में पूछा था।   अगर सद्बुद्धि हो

पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में लगातार की जा रही बेतहाशा वृद्धि के विरोध में

पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में लगातार की जा रही बेतहाशा वृद्धि के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय देहरादून कांग्रेस भवन से घण्टाघर, दर्शनलाल चौक तक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मानव श्रंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बडी संख्या में प्रातः 10ः00 बजे से कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एकत्र हुए जहां से केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हाथों में झण्डा एवं तख्तियां लिये कांग्रेसजन घण्टाघर की ओर बढ़े।  प्रदर्शन से पूर्व प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित सभा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले छह वर्षों में 2014 से लेकर जून 2020 तक मोदी सरकार ने देश की जनता की गाड़ी कमाई का अस्सी लाख करोड़ रुपये लूटने का काम किया है। केंद्र की सरकार की बेशर्मी का आलम ये है कि कोरोना काल के पिछले तीन महीनों में पेट्रोल के दाम 21.50 ₹ व डीजल के दाम 26.46 ₹ बड़ा कर महंगाई व वैश्विक महामारी के दंश से दुखी जनता की कमर तोड़ने का काम किया है। कांग्रेस अब मोदी सरकार की इस लूट को बर्दाश्त नहीं करेगी औ

सरकार ने एक बार फिर पूंजीपतियों की हितैषी व किसान विरोधी होने का सबूत दिया- श्याम सिंह रावत

  लीजिये मोदी सरकार ने एक बार फिर अपने पूंजीपतियों की हितैषी और किसान विरोधी होने का सबूत दिया है। और, वह भी तब जबकि देश का कृषि क्षेत्र पहले ही बेजान-सा पड़ा हुआ है। डीजल के दाम लगातार बढ़ने का सबसे अधिक नुकसान किसानों को ही उठाना पड़ रहा है तो अब सरकार का यह नया फैसला उनकी मुसीबत बढ़ाने वाला और जानलेवा भी साबित हो सकता है। हाल ही में मोदी सरकार ने कुछ बड़े फैसले लिये हैं जिनमें किसानों के हितों की तो बलि चढ़ाई गई है लेकिन उद्योगों को संरक्षण दिया गया है। कोविड-19 महामारी के चलते लागू लॉकडाउन में सबसे अधिक नुकसान दुग्ध उत्पादक किसानों और मक्का किसानों का हुआ है लेकिन सरकार का ताजा फैसला इन दोनों क्षेत्रों के किसानों के लिए जले पर नमक छिड़कने जैसा है।  वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग द्वारा 23 जून को जारी अधिसूचना के जरिये टैरिफ रेट कोटा (टीआइक्यू) के तहत 15 फीसदी सीमा शुल्क की रियायती दर पर दस हजार टन मिल्क पाउडर के आयात की अनुमति दी गई है। इस पाउडर पर सीमा शुल्क की मौजूदा दर 50 फीसदी है। इसी तरह पांच लाख टन मक्का का आयात भी 15 फीसदी की रियायती सीमा शुल्क दर पर टैरिफ रेट कोटा के तहत कर

राजा साक्षात परमेश्वर है- श्याम सिंह रावत

  एक दिन सदैव की भांति चेहरे पर क्रूरता और कुटिलता का लेप लगाये आंखों से टपकती धूर्तता के साथ वह अपनी पार्टी मीटिंग में एक जिन्दा मुर्गा लेकर पहुंचा और भरी मीटिंग में उस मुर्गे के पंख नोच-नोच कर फेंकने लगा। असह्य पीड़ा से छटपटाते मुर्गे ने उसके हाथों से छूटने की भरपूर कोशिश की, मगर परपीड़न से सुख पाने वाले उस हृदयहीन कसाई के आगे बेचारे की एक न चली। वहां उपस्थित सभी नेता हक्के-बक्के एक-दूसरे की ओर देखते हुए आंखों ही आंखों में पूछते कि माजरा क्या है लेकिन जवाब किसी के पास नहीं था।  उस निर्दयी ने बिना रुके मुर्गे के एक-एक कर सारे पंख नोच डाले और फिर उसे जमीन पर फेंक दिया। इसके बाद उसने अपने सामने रखी दो कटोरियों से थोड़े-थोड़े दाने निकाले और बारी-बारी से उस मुर्गे के आगे डाल दिये। मुर्गा दाने खाने लगा और फिर कसाई के पैरों के पास आकर बैठ गया। उसने दाने फिर डाले तो मुर्गा वह भी खा गया और कसाई के आगे-पीछे ही घूमता रहा। भौंचक नेता यह सब देखकर मौन साधे रहे, किसी एक की भी हिम्मत इसके बारे में कुछ भी पूछने की नहीं हुई। वैसे भी उनके परमपूज्य गुरुजी मरने से पहले शिष्यों को बिना कोई सवाल पूछे संगठन

प्राइवेट अस्पताल भी आयुष्मान योजना से जुड़ेंगे--

राज्य में आयुष्मान योजना से जुड़े चालीस लाख गोल्डन कार्ड धारकों को जल्द इस योजना के तहत राज्य के बड़े प्राइवेट अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलेगी। सरकार की प्राइवेट अस्पतालों से बातचीत चल रही है और जल्दी ही समझौते की उम्मीद है। अटल आयुष्मान योजना से जुड़ने में अभी तक प्राइवेट अस्पताल आनाकानी कर रहे थे। लेकिन अब सरकारी कर्मचारियों , पेंशनर्स और उनके परिजनों को अनलिमिटेड इलाज की सुविधा देने के साथ आयुष्मान योजना से जोड़ा गया है। इसके साथ ही सरकार ने आयुष्मान योजना के तहत आम नागरिकों के साथ ही सरकारी कर्मचारियों को भी देशभर के बाईस हजार अस्पतालों में इलाज की सुविधा दी है ऐसे में यदि प्राइवेट अस्पताल योजना से नहीं जुड़ते तो उन्हें बड़ी संख्या में मरीजों से हाथ धोना पड़ सकता है। राज्य  के बड़े अस्पतालों ने अभी तक आयुष्मान योजना से मुंह मोड़ रखा था। इस वजह से लोगों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता था।अब सरकार का प्रयास है कि राज्य के सभी बड़े अस्पतालो को भी योजना के दायरे में लाया जाए ।ताकि लोगों को राज्य के भीतर ही अच्छे इलाज की सुविधा मिल सके ।इसी के तहत अटल आयुष्मान सोसाइटी प्राइवेट अस्पता

सुना है कि केंद्र व दिल्ली सरकार ने कोरोना के खिलाफ एक एक्शन प्लान तैयार किया है

सुना है कि केंद्र व दिल्ली सरकार ने कोरोना के खिलाफ एक एक्शन प्लान तैयार किया है, जिसके अनुसार कल 20 जून से दिल्ली में प्रतिदिन 18,000 टेस्ट होंगे।  जब चीन कोरोना महामारी के कहर से लड़ रहा था, हम इससे बेफिक्र होकर दुनिया के सबसे मजबूत, पूंजीवाद के पोषक और समाजवाद के घोर विरोधी अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प के स्वागत की तैयारी में जुटे थे। पैसे को पानी की तरह बहा रहे थे। ट्रम्प अपने दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए भारतीय अमेरिकियों के वोट के लालच में मोदी का गुणगान कर रहे थे।  आत्ममुग्ध ट्रम्प और मोदी दोनों एक-दूसरे के प्यार में इस तरह खोए हुए थे कि कोरोना की फैलती आग को अनदेखा कर दिया। नतीजतन आज सबसे अमीर और शक्तिशाली लेकिन कोरोना से पश्त अमेरिका इससे हारता हुआ दिखाई दे रहा है। दूसरी तरफ, हमारा देश इस महामारी से जूझ रहा है और कराह रहा है।  अगर ये नेता दूरदर्शी होते, समय पर चेत गए होते और तैयारी कर लिए होते तो संसाधनों की कमी से जनता को इस तरह मरने नहीं देते। देश में कोरोना की शुरुआत होते ही जो लोग टेस्टिंग बढ़ाने की बात कहते रहे उनको मूर्ख अंधभक्तगण नकारात्मक सोच वाले, वामपंथी और राष्ट्रद

गुजरात के हीरा उद्योग का 40% निर्यात अकेले चीन को होता है

संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत 2014 से ही चीन निर्मित सामानों के बहिष्कार की बातें करते रहे हैं। उन्होंने इस वैश्विक कोरोना संकट के दौर को विदेशी (चीनी) सामान छोड़ने को उपयुक्त अवसर बताया है। अब यहां पर यह समझना होगा कि देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के ही गृहराज्य गुजरात में चीनी कंपनियों का किस तरह कब्जा है और वहां चीन का निवेश किन-किन क्षेत्रों में है? ऑयल एंड गैस, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑटोमोबाइल, टैक्सटाइल, फ़ूड प्रोसेसिंग, IT, हीरा उद्योग, बायोटेक्नोलॉजी, कैमिकल्स, पोर्ट, SEZ... यहां तक कि गुजरात की MSME में भी चीन का भारी निवेश है। गुजरात से आये दिन अनेक प्रतिनिधिमंडल निवेश लाने चीन जाते हैं। बतौर मुख्यमंत्री स्वयं नरेंद्र मोदी ने पांच बार चीन की यात्रा की थीं। आपको याद होगा कि 2015 में मोदी को 'सेल्समैन ऑफ गुजरात' कहा गया था। आज गुजरात के हीरा उद्योग का 40% निर्यात अकेले चीन को होता है। क्या मोहन भागवत को मालूम है कि चीन का बॉयकॉट करने से क्या होगा? —गुजरात की जीडीपी असम के बराबर हो जायेगी —50% गुजराती प्रवासी मजदूर बन जाएंगे —गुजरात के बेरोजगार हो गये व्यापारी दूसरे राज्यों म

सचमुच नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना देश के लिए एक भयानक आपदा साबित हुआ

चीन सीमा पर हुए ताजा घटनाक्रम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर आज कुछ अखबारों ने देश की सेना के उच्च पदों से सेवानिवृत्त अफ़सरों के बयान प्रकाशित किए हैं। जिन्हें पढ़कर उनका दुख और क्षोभ स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है और यह भी कि सेना में रहे ये लोग किस तरह सोचते हैं। इन पूर्व सैनिक अधिकारियों के सीधे सवाल... लेफ़्टिनेंट जनरल प्रकाश मेनन:— "मोदी ने समर्पण कर दिया है और कहा है कि कुछ हुआ ही नहीं है। भगवान बचाए! उन्होंने चीन की बात को ही दोहरा कर क्या राष्ट्रद्रोह नहीं किया है? इसमें क़ानूनी/संवैधानिक स्थिति क्या है? कोई बताए !" मेजर जनरल सैन्डी थापर:— "तो, न कोई अतिक्रमण हुआ और न किसी भारतीय चौकी को गँवाया गया ! हमारे लड़के चीन की सीमा में घुसे थे उन्हें ‘खदेड़ने’ के लिए? यही तो पीएलए कह रही है। हमारे बहादुर बीस जवानों के बलिदान पर, जिनमें 16 बिहार के हैं, महज 48 घंटों में पानी फेर दिया गया ! शर्मनाक !" कर्नल अजय शुक्ला:— "क्या हमने नरेन्द्र मोदी को आज टेलिविज़न पर भारत-चीन की सीमा रेखा को नए सिरे से खींचते हुए नहीं देखा? मोदी ने कहा कि भारत की सीमा मे

ग्लेमार्क फार्मास्युटिल्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ग्लेन सल्दान्हा ने कहा,

ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने कोविड-19 से मामूली रूप से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए एंटीवायरल दवा फेविपिराविर को फैबिफ्लू ब्रांड नाम से पेश किया है। कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी दी । मुंबई की कंपनी ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने शुक्रवार को कहा था कि उसे भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) से इस दवा के निर्माण और विपणन की अनुमति मिल गई है । कंपनी ने कहा कि फैबिफ्लू कोविड-19 के इलाज के लिए खाने वाली पहली फेविपिराविर दवा है, जिसे आज मंजूरी मिली है।  ग्लेमार्क फार्मास्युटिल्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ग्लेन सल्दान्हा ने कहा, ''यह मंजूरी ऐसे समय मिली है जबकि भारत में कोरोना वायरस के मामले पहले की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ रहे हैं जिससे हमारी स्वास्थ्य सेवा सिस्टम काफी दबाव में है । उन्होंने उम्मीद जताई है कि फैबिफ्लू जैसे प्रभावी इलाज की उपलब्धता से इस दबाव को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी ।  सल्दान्हा ने कहा कि क्लिनिकल परीक्षणों में फैबिफ्लू ने कोरोना वायरस के हल्के संक्रमण से पीड़ित मरीजों पर काफी अच्छे नतीजे दिखाए है । इसके अलावा यह खाने वाली दवा है जो इलाज का एक अच्छ

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बोले, चीन की चाल समझने मंज केंद्र सरकार रही नाकाम

 देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार पड़ोसी देश चीन की चाल समझने में पूरी तरह नाकाम रही। इसकी कीमत 20 सैनिकों की शहादत के रूप में चुकानी पड़ी।  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने गलवां घाटी में भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवानों के निधन पर दु:ख जताया। भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक घटना का सामना करने वाले सेना के जवानों के साहस और योगदान की सराहना करते हुए कहा कि पार्टी देश की रक्षा के लिए शहीद हुए वीर सपूतों को नमन करती है। देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार पड़ोसी देश चीन की चाल समझने में पूरी तरह नाकाम रही। इसकी कीमत 20 सैनिकों की शहादत के रूप में चुकानी पड़ी। ।   भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक घटना का सामना करने वाले सेना के जवानों के साहस और योगदान की सराहना करते हुए कहा कि पार्टी देश की रक्षा के लिए शहीद हुए वीर सपूतों को नमन करती है। देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने

विरोध -- बसों का किराया दोगुना होने पर...

प्रदेश सरकार की ओर से यात्री किराया  दोगुना किए जाने का लोग विरोध करने लगे हैं । लोगों का कहना है कि बसों में अधिकांश गरीब तबके के लोग यात्रा करते हैं । जिनके लिए दोगुना किराया देना मुश्किल हो जाएगा। किराया बढ़ाने से गरीब लोग बसों में यात्रा नहीं कर पाएंगे। लोगों का कहना है कि कोरोना संक्रमण काल में रोजगार की कमी होने के कारण पहले ही आर्थिक तंगी  के दौर से गुजर रहे थे । किराया बढ़ने से सारी कमाई किराए में चली जाएगी । लॉक डाउनसे पहले हर रोज देहरादून शहर में जाकर मजदूर , मजदूरी करता था। पहले विकासनगर से देहरादून का किराया पचास रुपए था ।लेकिन अब किराया दोगुना होने के बाद आने जाने में  दो सौ रुपए लग जाएगें। जबकि एक दिन की मजदूरी तीन सौ रुपए से अधिक नहीं मिलती है। ऐसे में  वह अपने परिवार का लालन पालन कैसे करेगा। माकपा कार्यकर्ताओं ने सरकार पर मनमानी का आरोप लगाते हुए किराया बढ़ाने के आदेशों को वापस लेने की मांग की है ।कार्यकर्ताओं ने हाथ में पार्टी के झंडे लिए भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। और कहा यदि यह निर्णय  वापस नहीं लिया, तो माकपा कार्यकर्ता आंदोलन करेंगे। सरकार गरीबों को रोजग

चाइनीस एप को पुलिसकर्मी के मोबाइल से हटाने की तैयारी

     देहरादून: उत्तरप्रदेश के बाद अब उत्तराखंड में भी पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों के चाइनीज़ एप इस्तेमाल करने पर रोक लग सकती है। कल बीते दिन उत्तरप्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने राज्य के सभी पुलिसकर्मियों को 52 मोबाइल एप तुरंत अनइंस्टाल करने को कहा था। यह सभी एप चीन की कंपनियो ने बनाए है। इसे लेकर अब उत्तराखंड पुलिस भी हरकत में आ गई है।    पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि उत्तरप्रदेश पुलिस से एडवाइजरी की कॉपी मंगवाई गई है। टिकटोक, वीगो लाइव जैसे एप से ऐसे वीडियो शेयर कर दिये जाते है जिससे शांति और कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा हो सकता है। ऐसे में अब चाइनीस एप को कम इस्तेमाल करने की कवायद शुरू हो गई है। पुलिस का मानना है कि इन एप के जरिये चीनी एजेंसियां को हमारी खुफिया जानकारी मिल रही है। ग्रह मंत्रालय ने भी तमाम एप इस्तेमाल नही करने की सलाह दी है।

सादगी से मनाया गया राहुल गांधी जी का जन्म दिन

  देहरादून।  राहुल गांधी जी का जन्म दिन देश में  सभी जगह बडी सादगी से मनाया गया। हमारे यहां उतराखण्ड में भी  सभी जगह कांग्रेसियो ने  राहुल गांधी जी के जन्मदिन को बडी सादगी से मनाया गया ।देहरादून में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ने मोहिनी रोड पर सामुदायिक भवन में आयोजित कार्यक्रम में कहा है कि कोरोना वायरस के चलते हुए ब्लड बैंक में रक्त की कमी हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हम सभी की भी जिम्मेदारी बनती है कि जगह जगह पर शिविर लगा कर रक्त दान किया जाए। जिससे किसी को भी रक्त की कमी ना हो। कांग्रेस के अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार ने भी कहा कि किसी भी जरूरत मंद लोगो को रक्त प्रदान किया जा सके। राहुल गांधी जी के 50वे जन्म दिन पर अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग की ओर से रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया था। शिविर के अलावा गरीबों को राशन किट भी वितरित की गई तथा लोगों को मास्क, सेनेटाइजर और गमछे भी वितरित किये गये। इस अवसर पर प्रदेश के संगठन महामंत्री विजय सारस्वत, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा आदि उपस्थितरहे। प्रदेश अध्यक्ष ने तिलक रोड पर बाल वनिता आश

राज्यपाल पहुंची दून

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राज्यपाल  बेबी रानी मौर्य गुरुवार को कोविड से सम्बंधित व्यवस्थाओं का जायज़ा लेने दून अस्पताल पहुँची। उन्होंने वहाँ उपस्थित वरिष्ठ चिकित्सकों और स्टाफ़ से बातचीत की । राज्यपाल ने ऐसे मरीज़ों की व्यवस्थाओं, ओपीडी के बारे में भी पूछा जो कोविड संक्रमण से प्रभावित नहीं हुए हैं। राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान में कोविड मरीज़ों के लिए सबसे कारगर दवा सोशल वैक्सीन है अर्थात प्रेम और सहानुभूति से उनका इलाज किया जाय। राज्यपाल में आईसीयू में भर्ती कोविड मरीज़ों से वीडीयो काल पर बात की । उन्होंने मरीज़ों का मनोबल बढ़ाया। राज्यपाल ने अस्पताल की नर्सों का उत्साह बढ़ाते तो उनसे उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिए कि नर्सों के हितों और उनकी सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाय। राज्यपाल ने कोविड वार्ड से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण की जानकारी माँगी। बताया गया कि कूड़ा बहुत सावधानी के साथ एकत्र कर रूडक़ी के कूड़ा दहन संयंत्र में जलाने के लिए भेजा जाता है। राज्यपाल ने कूड़ा निस्तारण की सख़्त मॉनिटरिंग के निर्देश देते हुए कहा कि इसमें कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। राज्यपाल

डिजिटल युग में आंखों का रखे खयाल- रेनू धस्माना

डिजिटल युग में आंखों का रखे  खयाल डोईवाला: हिमालयन अस्पताल की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. रेनू धस्माना ने डिजिटल युग के साइड इफेक्ट के बारे मे जानकारी दी।     डॉ रेनू धस्माना ने कहा कि कोरोना काल में छात्र-छात्राओं को सभी विषयों की पढ़ाई ऑनलाइन करनी पड़ रही है। कॉम्प्यूटर विजन सिरडोम व डिजिटल आई स्ट्रेन पर उन्होंने कहा कि लंबे समय तक मोबाइल, कॉम्प्यूटर, टेबलेट पर काम करने से हमारी आंखों पर पड़ रहे दुष्प्रभाव के नींद आना, कंधो में दर्द होना। बच्चों को अक्सर आंखों को रगड़ते हुए देखते हैं। हमें बच्चों को मोबाइल फ़ोन पर गेम खेलना व मोबाइल के प्रयोग से बचाना है। किताब व अखबार पढ़ते समय हम उचित दूरी का ध्यान रखते है। परंतु मोबाइल और कॉम्प्यूटर का प्रयोग करते समय हम उसके नजदीक चले जाते है। हमे डिजिटल का प्रयोग करते समय उचित दूरी बनानी होगो।    डॉ.धस्माना ने आंखों की सुरक्षा पर सलाह दी कि कॉम्प्यूटर और मोबाइल के प्रयोग कर समय अपनी आंखों की पलकों को झपकाएं, साथ ही उन्होने आंखों को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम भी बताये।

क्या होता जब 1947 में पांच ट्रिलियन की हद पर बैठी इकॉनमी नेहरू को विरासत में मिलती- मनीष

  क्या होता अगर नेहरू को 24 लाख की सुसज्जित फ़ौज और अर्धसैनिक बल, आज की नेवी औऱ एयरफोर्स उपलब्ध होते। क्या होता अगर पृथ्वी और अग्नि मिसाइलें अपने न्यूक्लियर वारहेड के साथ इंदिरा को 1971 में उपलब्ध होती।  क्या होता जब 1947 में पांच ट्रिलियन की हद पर बैठी इकॉनमी नेहरू को विरासत में मिलती। क्या होता जब सेटेलाइट वारफेयर की कैपेसिटी वाला देश 1965 मे शास्त्री को मिलता।  क्या होता जब 1971 के युध्द के पहले अमरीकन प्रेसिडेंट ने फिरोजशाह कोटला में, लाखों "नमस्ते निक्सन" करते भारतीयों के सामने नागिन डांस किया किया होता। क्या होता अगर पीएसएलवी, जीएसलवी और मंगल में यान भेजने में सक्षम दूसरे रॉकेट, एंगल बदल कर बीजिंग की दिशा में तैनात होते। क्या चीन 1962 हिमाकत करता?  सब कुछ नही था, सिर्फ अपने जवानों के भरोसे के बूते हमने जूनागढ़, हैदराबाद, कश्मीर, गोआ, सिक्किम, सियाचिन और सर क्रीक को भारत भूमि का हिस्सा बनाया। वह नेतृत्व की ताकत थी, सीने का चौडापन था। जब कुछ नही था न साहब, हमारे पास हौसला था।  आज हमारे पास सब है। फ़ौज है, साजोसामान है, परमाणु बम है, सेटेलाइट टेक्नोलॉजी है, इकॉनमी है, दुनि

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मुख्य प्रवक्ता सुरेंद्र कुमार ने कहा

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मुख्य प्रवक्ता सुरेंद्र कुमार ने कहा कि भारतीय सेना के एक कर्नल व दो जवान लद्दाख़ बॉडर पर शहीद हो गए हैं  ,उनकी शहादत को मेरा सलाम ,हमारी सीमाओं की रक्षा में यह सर्वोच्च बलिदान  है ।भगवान उनकी आत्मा शांति को व परिवार को इस असीम दुःख को सहन करनेकी शक्ति  की प्रार्थना करता हूँ ।ओम् शांति ओम् ,जय हिंद की सेना ।  भारत और चीन के लद्दाख बॉर्डर पर गलवान घाटी के पास दोनों देशों की सेनाओं में हिंसक झड़प हुई है. इसमें भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं,भारत चीन सीमाओं पर चिंताजनक तनाव शीघ्र समाप्त होगा एसी आशा है

कल से भारत-चीन तनाव पर न्यूज़ चैनलों की रिपोर्टिंग देखकर आश्चर्यचकित हूँ- गिरीश मालवीय

कल से भारत-चीन तनाव पर न्यूज़ चैनलों की रिपोर्टिंग देखकर आश्चर्यचकित हूँ। बेहद अनुभवी एंकर दिबांग अभी एबीपी न्यूज पर थे। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार के ऑफीशियल आंकड़ों का इंतजार भी नहीं कर रहे हैं और लगातार चीन द्वारा नेट पर डाले गए विजुअल चला रहे हैं। यह बिल्कुल गलत बात है। इस तरह से भारत का मीडिया चीन के ट्रैप में फंस रहा है। न्यूज़ चैनलों को इस प्रवृत्ति से बचना चाहिए। अभी कुछ देर पहले 'रिपब्लिक चैनल' जो युद्धोन्माद फैलाने में सबसे आगे नजर आ रहा है, कह रहा है कि मोदी सरकार ने सेना को 'खुली छूट' दे दी है। कुछ और नासमझ न्यूज़ चैनल भी 'खुली छूट' की बातें कर रहे हैं। दरअसल, न्यूज़ चैनलों का बस एक ही काम रह गया है—किसी तरह से भी मोदी सरकार को ज्वलंत प्रश्नों की आग से बचाकर रखना, उसे सेफ जोन देना। भले ही उसके बदले में भारतीय सेना की साख ही खतरे में पड़ जाए। मोदी सरकार को इंटेक्ट रखने के चक्कर में 'आज तक' जैसा चैनल खुलेआम भारतीय सेना पर सवाल उठा रहा है। 'आज तक' पर श्वेता सिंह कहती हैं कि पेट्रोलिंग सेना की जिम्मेदारी है न कि भारत सरकार की! यह क्या

उस मुल्क़ के बादशाह ने बहुत ही चतुराई से शतरंज की बिसात बिछाई थी

उस मुल्क़ के बादशाह ने बहुत ही चतुराई से शतरंज की बिसात बिछाई थी। इसे मुल्क़ का नसीब कहें या बदनसीबी कि एक अखबारनवीस ने समय से पहले ही उस बिछी-बिछाई बिसात को उलट दिया।  तो जनाब किस्सा-कोताह यूं है कि बादशाह ने मुल्क़ के एक सूबे में इस बरस के करीब आखीर में होने वाली रायशुमारी को अपने पक्ष में करने के लिए गत मई माह में पड़ोसी दुश्मन देश से लगती हुई सीमाओं पर मुल्क़ के पहरेदारों की उस टोली को रखवाली के लिए बैठा दिया जिसमें 'उस सूबे' से आने वाले युवा पहरेदारों की बहुतायत थी।  यहाँ गौर करने वाली बात यह है कि जब मई माह में पहरेदारों की टोली सीमा-रक्षा के लिए भेजी तब तक दुश्मन इस बादशाह के मुल्क़ की सीमा में बहुत अंदर तक घुसकर कब्ज़ा जमा चुका था।  पाठकों के जेहन में सवाल उठना स्वाभाविक है कि बादशाह ने मुल्क़ की उस सीमा को असुरक्षित क्यों छोड़ा हुआ था?  दुर्भाग्य से उसके मुल्क़ में गए फरवरी माह से ही एक जानलेवा महामारी पांव पसार चुकी थी जिसकी चपेट में पहरेदारों की टुकड़ियां भी आ गई थीं।  मार्च में बर्फ पिघलने के भी दो महीने बाद पहरेदारों की टुकड़ी रवाना करने के पीछे कोई प्रयोग था या सं

उधम सिंह नगर जिले के गदरपुर के समीप बने एक पोल्ट्री फार्म में लगी आग

उधम सिंह नगर जिले के गदरपुर के समीप बने एक पोल्ट्री फार्म में आज दोपहर आग लग गई ।इसकी सूचना दमकल विभाग को दी गई । गदरपुर के इंटर कॉलेज में पार्क हुई फायर बिग्रेड की गाड़ी को 5 किलोमीटर का रास्ता तय करने में आधे घंटे से अधिक समय लग गया । हद तो तब हो गई जब घटनास्थल के पास पहुंचकर फायर बिग्रेड की गाड़ी दोबारा बन्द हो गई । पॉल्ट्री फार्म से फायर ब्रिगेड गाड़ी की अधिक दूरी होने के कारण पाइप नहीं पहुँच सका ।

प्रीतम सिंह ने भारतीय सेना के 20 जवानों के निधन पर दुःख प्रकट करते हुए उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की

कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने गलवां घाटी में भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक झडप में मारे गये भारतीय सेना के 20 जवानों के निधन पर दुःख प्रकट करते हुए उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। श्री प्रीतम सिंह ने अपनी शोक संवेदना में भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक घटना का सामना करने वाले सेना के जवानों के साहस और योगदान की सराहना करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी देश की रक्षा के लिए शहीद हुए वीर सपूतों की षहादत को नमन करती है तथा देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि भारत-चीन सीमा पर लम्बे समय से तनाव की स्थिति बनी हुई थी परन्तु भारत सरकार पड़ोसी देश की चाल समझने में पूरी तरह नाकाम रही जिसकी कीमत हमें 20 सैनिकों की शहादत से चुकानी पड़ी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 16 जून की रात चीन सीमा पर भारतीय सेना पर हमला इनकी विदेष नीति की अपरिपक्वता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भारतीय सेना द्वारा देश की सीमाओं की रक्षा के लिए उठाये जाने वाले हर कदम का समर्थन करेगी। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री और

धरती मां की रक्षा को

धरती मां की रक्षा को जवान सीमा पर डटे है प्राणों की बाजी लगाकर तिरंगे की रक्षा को खड़े है दुश्मन चीन घुसने न पाए जान भले ही हमारी जाए भाषण नही अब निर्णय हो शहादत का भी बदला लो एक इंच भी ज़मीन न देंगे तिरंगे को झुकने न देंगे देश के लिए सब एक रहेंगे उदघोष में जयहिंद कहेंगे। ----श्रीगोपाल नारसन

भारत में लगातार दसवें दिन पेट्रोल-डीजल के दाम क्यों बढ़े

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी के बावजूद भारत में लगातार दसवें दिन पेट्रोल-डीजल के दाम क्यों बढ़े  देश में पिछले दस दिनों में पेट्रोल 5 रुपये और डीजल 5.26 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है। जबकि आठ दिनों में कच्चा तेल आठ फीसदी सस्ता होकर 38.73 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 76.73 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 75.19 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है। जबकि मुंबई में अब पेट्रोल 83.62 रुपये और डीजल 73.75 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 80.37 और डीजल 73.17 रुपये तथा कोलकाता में पेट्रोल 78.55 और डीजल की कीमत 70.84 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई है। जहां एक तरफ अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में गिरावट का दौर जारी है, वहीं दूसरी तरफ देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटने की बजाय बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमत करीब 2 फीसदी से ज्यादा गिर गई। इससे कच्चा तेल 35 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गया। सोमवार को अमेरिका वेस्ट टेक्सॉस इंटरमीडिएट (WTI) में कच्चा तेल 2 फीसदी (81 cents) गिरकर 35.45 डॉलर प्रति बैरल पर पहु

दून पुलिस ने पाँच दुकानदारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया

देहरादून। आज डीएम के बंदी के आदेश के उल्लंघन में दून पुलिस ने पाँच दुकानदारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस क्रम में थाना नेहरु कालोनी व थाना वसंत बिहार पुलिस द्वारा फोर्स के साथ निर्देशानुसार कार्यवाही की गयी। इसी क्रम मे दिनांक 13/06/20 की रात्रि दो व्यक्तियों वीरेंद्र सिंह पुत्र दयाल सिंह निवासी सी ब्लॉक, सरस्वती विहार, नेहरू कॉलोनी, देहरादून एवं महावीर प्रसाद शर्मा पुत्र ब्रह्मदत्त निवासी सी ब्लॉक, सरस्वती विहार, थाना नेहरू कॉलोनी, देहरादून द्वारा बिना मास्क लगाये तथा सोशल डिस्टेन्स का पालन न करते हुए बिना किसी उचित कारण के अपनी अपनी दुकानों को निर्धारित समय से देर तक खोलकर नियमों का उल्लंघन किया जा रहा था। अभियुक्तगणों को संक्रमण के दृष्टिगत आदेश का उल्लंघन करने पर अन्तर्गत धारा 188 IPC व 51 आपदा प्रबन्धन अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज किया गया। इसी प्रकार थाना बसंत विहार पुलिस ने लॉक डाउन नियमों का उल्लंघन करने और दुकानें खोलने पर 03 दुकानदार गिरफ्तार किये। दौराने गश्त थानाध्यक्ष बसंत विहार के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा जीएमएस रोड स्थित डेली नीड्स स्टोर परचून की दुकान

शनिवार और रविवार को जनता कर्फ्यू और लॉक डाउन की तरह बंद

देहरादून में शनिवार और रविवार को जनता कर्फ्यू और लॉक डाउन  की तरह बंद------ देहरादून के नगर निगम क्षेत्र में शनिवार और रविवार को पूरी तरह बंद रहेगा बढ़ते करोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए सभी क्षेत्रों में केवल आवश्यक दुकानें खुलेंगे। जैसे मेडिकल स्टोर, दूध डेयरी, फल सब्जी, गैस एजेंसी पेट्रोल पंप, टिफिन सर्विस , अस्पताल, लाइसेंस धारक मीट की दुकानें खुली रहेगी। और शराब के ठेके बंद रहेंगे। यह फैसला इसलिए लिया गया है कि लोग सड़कों पर बाहर ना निकले। वाहन संचालन भी बंद रहेगा ।बाजार समेत अन्य प्रतिष्ठान बंद रहेगें। सार्वजनिक परिवहन को बंद रखने का फैसला लिया । दोनों दिन इमरजेंसी होने पर लोगों को घरों से बाहर निकलने की छूट दी गई है ।बिना गैर जरूरी काम के लोग सड़कों पर निकलेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।हर शनिवार और रविवार की बंदी के दौरान नगर निगम शहर के सभी 100 वार्ड में सेनेटाइजर का छिड़काव होगा। शनिवार को निगम के 50 वार्ड और बाकी के 50 वार्डों में रविवार को  सेनेटाइजेशन का काम होगा।शुक्रवार को नगर आयुक्त की ओर से अफसरों की इस काम में ड्यूटी लगा दी है। वार्डों के हिसाब से नोडल अधिकारी