श्रम कानूनों के साथ छेड़छाड़ करने के विरोध केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
भडकी यूनियन----सभी ट्रेड यूनियन की ओर से श्रम कानूनों के साथ छेड़छाड़ करने के विरोध केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। गाॅधी पार्क में इकट्ठा हुए सभी संगठनों के वक्ताओं ने सरकार की नीतियों के खिलाफ भारी रोष जताया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार 8घन्टे से बढाकर 12घन्टे कार्य करने का नियम बनाती है तो हम सभी सरकार के खिलाफ आवाज उठाने पर मजबूर हो जायेंगे। आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने भी इस श्रमिक विरोधी नीति का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि हम ऐसी किसी भी नीति को बर्दाश्त नहीं करेंगे। आयुध निर्माणी समेत अन्य संस्थानो के निजीकरण को रोकने ,लोक डाउन के दौरान बेरोजगार हुए पंजीकृत एवं गैर पंजीकृत मजदूरों को 10000रूपये प्रति माह का सहयोग, यात्री किराये में छूट देने की मांग की है। सीटू,एटक, इंटक, बैंक, बीमा आदि संगठनों के सदस्य इसमें शामिल हुए। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए प्रदर्शन के दौरान सोशल डिसटेंसिग का पूरा ध्यान रखा गया ।इस अवसर पर सीटू अध्यक्ष राजेंद्र नेगी ने, एटक महामंत्री अशोक शर्मा, इंटक अध्यक्ष हीरा सिंह,बैंक के संयोजक एस एस रजवार, किसान सभा के अध्यक्ष सुरेन्द्र सजवाण आदि उपस्थित रहे। अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस के मसूरी कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया गया। उन्होंने भी केंद्र एवं राज्य सरकार के की नीतियों के खिलाफ नारे बाजी की। इसके बाद उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं श्रम मंत्री को ज्ञापन भेजकर श्रमिकों की समस्याओ के समाधान की मांग की ।कोरोना महामारी से पूरा देश जुझ रहा है। सबसे ज्यादा असर असंगठित क्षेत्रों के श्रमिकों पर पड रहा है। तमाम श्रमिक भुखमरी के कगार पर खडे हैं।
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