डॉ. हर्ष वर्द्धन को डब्ल्युएचओ का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का हर्ष कैसे मनाया जा सकता है- श्याम सिंह रावत
डॉ. हर्ष वर्द्धन को डब्ल्युएचओ का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का हर्ष कैसे मनाया जा सकता है?
आज शाम आई एक खबर के अनुसार भारत के स्वास्थ्यमंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन को अगले तीन साल के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 34 सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है और वे संभवत: 22 मई को जापान के डॉ. हिरोकी नाकातानी की जगह लेंगे। वे डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया समूह के लिए भारत की ओर से नामित होंगे। यह निर्णय पिछले साल दक्षिण-पूर्व एशिया ग्रुप ने कर लिया था। यह पद पूर्णकालिक जिम्मेदारी वाला नहीं है और डॉ. हर्षवर्द्धन को सिर्फ बैठकों में शामिल होना होगा।
कार्यकारी बोर्ड का मुख्य काम स्वास्थ्य असेंबली के फैसलों व पॉलिसी तैयार करने के लिए उचित सलाह देने का होता है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब अमेरिका की ओर से कोरोना वायरस को लेकर डब्ल्यूएचओ पर चीन से मिलीभगत करने का आरोप लगाया गया है। यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने WHO पर बीजिंग का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए उसकी फंडिंग को पूरी तरह से रोक देने की चेतावनी दी है। ट्रंप ने WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस आध्यनोम ग्रेबियेसस को पत्र लिखकर धमकी दी है कि अगर अगले 30 दिनों में संगठन कोई ठोस कदम नहीं उठाता है तो अमेरिका अपनी फंडिंग स्थायी रूप से रोक देगा।
इसमें कोई आश्चर्य अथवा गर्व करने जैसी कोई बात नहीं है कि इस वैश्विक संगठन डब्ल्युएचओ का कार्यकारी अध्यक्ष भारत के स्वास्थ्य मंत्री को बनाया गया है क्योंकि इसमें पर्दे के पीछे से बिल गेट्स का हाथ है जो भारत में अपने वैक्सीन तथा टेलीमेडिसिन कार्यक्रम को हर हाल में आगे बढ़ाना चाहते हैं। इससे पहले वे विश्व आर्थिक मंच (WEF) तथा संयुक्त राष्ट्र संघ जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के सहयोग से भारत तथा अफ्रीकी देशों में अपने इस नये धंधे को बढ़ाने में सक्रिय रहे हैं। इसके लिए उन्होंने चीन को आगे करके WHO का महानिदेशक डॉ. टेड्रोस आध्यनोम ग्रेबियेसस को बनवाया। ताकि उनका आगे का खेल बेरोकटोक जारी रहे।
यही नहीं 25 सितंबर, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्यूयॉर्क में जिस प्रतिष्ठित ग्लोबल गोलकीपर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था, उस अवार्ड का प्रायोजक था—बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन। मोदी जी को यह सम्मान खुद बिल गेट्स ने अपने हाथों से दिया था। इसके बाद न्युयार्क में अक्टूबर 2019 के मध्य में 'इवेंट—201' नामक एक सिमुलेशन ग्लोबल पेनडेमिक एक्सरसाइज हुई थी जिसे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सहयोग से बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने आयोजित किया गया था।
मोदी को ग्लोबल गोलकीपर्स अवॉर्ड 25 सितंबर को देने के दो माह बाद बिल गेट्स (इस 'इवेंट—201' के महीने भर बाद) भारत दौरे पर भी आए। सरकार की तरफ से 18 नवंबर, 2019 को जारी इसकी ऑफशियल प्रेस विज्ञप्ति कहती है—
"केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन और माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स की मीटिंग आज नई दिल्ली स्थित स्वास्थ्य मंत्रालय में हुई। आने वाले समय में आयुष्मान भारत योजना में हेल्थ एंड वेलनैस सेंटर्स पर हम उनके साथ मिलकर काम करना चाहते हैं। डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि उन्होंने बिल गेट्स को सुझाव दिया है कि भारत इस समय नैशनल डिजिटल हेल्थ मॉडल को पूरी दुनिया में लीड कर रहा है और 30 देशों ने हमारे नेतृत्व में इस मुहिम में शामिल होने का आश्वासन भी दिया है। WHO ने नैशनल डिजिटल हैल्थ मॉडल के लिए अलग से एक सैल खोल दिया है। इसी सन्दर्भ में मंत्रालय ने बिल ऐंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ औपचारिक MOU साइन किया। डॉ. हर्षवर्धन और बिल गेट्स की मौजूदगी में एमओयू पर हस्ताक्षर मंत्रालय में संयुक्त सचिव (अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य) लव अग्रवाल और बीएमजीएफ के भारत स्थित कार्यालय के निदेशक एम. हरि मेनन ने किए।"
आज दुनिया जानलेवा कोरोना वाइरस के प्रकोप से जूझ रही है और संसारभर के 100 देश ऐसे सवालों का जवाब मांग रहे हैं कि विश्व को अपनी चपेट में लेने वाली महामारी कोरोना वायरस आखिर कैसे और किस तरह से इंसानों तक पहुंचा? WHO ने इसकी रोकथाम के लिए क्या कदम उठाए और उसकी भूमिका क्या रही है? भारत ने भी आधिकारिक तौर पर इन देशों को अपना समर्थन देते हुए यूरोपीय यूनियन व ऑस्ट्रेलिया की ओर से जांच की मांग वाले दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये हैं।
ऐसे में इटली की एक सांसद सारा कुनियल ने वहां की संसद में बिल गेट्स पर आरोप लगाया है कि बिल गेट्स 'वैक्सीन अपराधी' हैं क्योकि वे WHO से सांठगाठ कर दुनिया भर में आबादी घटाने की नाजायज गतिविधियों में शामिल रहे हैं। इसके लिए उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
सारा ने इतालवी राष्ट्रपति से बिल गेट्स को मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय को सौंपने का आग्रह किया। उन्होंने डिजिटल पहचान कार्यक्रम―ID2020 के माध्यम से मानव जाति को विभाजित करने की योजना के साथ भारत और अफ्रीका में बिल गेट्स के एजेंडे को भी उजागर किया। यूट्यूब पर उपलब्ध उनके 7:05 मिनट के इस भाषण का लिंक नीचे दिया है—
https://www.youtube.com/watch?v=HyCVHC-Cx5k
बिल गेट्स के विरुद्ध उनके अपने ही देश अमेरिका में लोगों का गुस्सा सड़कों पर उतर आया है जिसमें हजारों लोग बिल को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।
ऐसे में यह साफ जाहिर है कि डॉ. हर्ष वर्द्धन को डब्ल्युएचओ का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का हर्ष कैसे मनाया जा सकता है?
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