वैश्विक महामारी COVID-19 की अभी कोई कारगर दवा नहीं बन सकी है- श्याम सिंह रावत
वैश्विक महामारी COVID-19 की अभी कोई कारगर दवा नहीं बन सकी है लेकिन मेरठ के चिकित्सकों द्वारा किए गए इलाज से कोरोना संक्रमित 13 मरीज ठीक हुए तो उम्मीद की एक किरण जागी है।
मेरठ में अब तक कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 64 हो गई है, जबकि इनमें से 13 मरीज ठीक हो गए हैं और एक की मौत हुई है। ठीक हुए मरीजों की घर वापसी को चिकित्सक बड़ी कामयाबी मान रहे हैं।
मेरठ के मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 अस्पताल के प्रभारी डॉ. तुंगवीर सिंह आर्य ने बताया कि कोरोना के मरीजों को मलेरिया में दी जाने वाली क्लोरोक्विन, एंटी-रेट्रोवायरल ड्रग, स्वाइन फ्लू में दी जाने वाली टेमीफ्लू व गले की दवा एजिथ्रोमाइसिन के कॉम्बीनेशन का अच्छा असर देखा गया और रोगियों की हालत में तेजी से सुधार हुआ।
डॉ. आर्य ने बताया कि कुछ समय बाद मालूम हुआ कि एचआइवी एड्स में दी जाने वाली दवा भी इसमें कारगर है। हमने पहले कोरोना संक्रमित मरीज को इसका डोज दिया तो तीन-चार दिन बाद ही वे स्वस्थ होकर घर चले गए।
चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना से डरें नहीं, बल्कि डाॅक्टर की सलाह मानें और अच्छी डाइट लें, खुद को घर के दूसरे सदस्यों से अलग रखें। यदि घर में धूप आती है तो कुछ देर धूप में जरूर बैठें। खुश रहने की कोशिश करें।
श्याम सिंह रावत
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