पैतीस साल बाद लॉक डाउन ने बनवाया- गोपाल नारसन
रुड़की-साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन ने कहा कि लॉक डाउन के कारण उन्हें पैतीस साल बाद किचन में जाकर हलुआ बनाने का अवसर मिला है।इससे पूर्व सन 19 85-86 में राजकीय महाविद्यालय देवबंद के छात्र संघ अध्यक्ष पद पर रहते हुए स्नातक की पढ़ाई के दौरान वह रोज सूजी का हलवा बनाकर अपने साथियों संग खाते थे।हलवे की रेसिपी बताते हुए उन्होंने जानकारी दी कि एक सौ ग्राम सूजी में एक सौ ग्राम देशी घी,दो सौ ग्राम चीनी और चार सौ ग्राम पानी का उपयोग कर उसमें ड्राई फ्रूट डालकर बेहद स्वादिष्ट हलवा तैयार करके खाने का स्वाद उन्हें आज भी याद है।उन्होंने बताया कि लॉक डाउन का पालन करने के लिए चूंकि घर पर रहना हो रहा है।इसीलिए घर के किचन में हलवा बनाने के लिए पुराना हुनर काम आया।वही खाली समय मे वह दो नई पुस्तकों पर काम कर रहे है।उनके द्वारा लिखित श्रीमद्भागवत गीता (परमात्मा उवाच)व ब्रह्माकुमारी दादी जानकी जल्दी ही प्रकाशित होने जा रही है।
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