आपके अपने बच्चों का भविष्य खराब करते सत्ता के खिलाड़ियों से सावधान- Shyam Singh Rawat
आपके अपने बच्चों का भविष्य खराब करते सत्ता के खिलाड़ियों से सावधान ! क्या आपको कोठारी बंधुओं के नाम याद हैं? वही कोठारी बंधु, जो दिसंबर, 1992 में लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा में 'रामलला हम आयेंगे, मंदिर यहीं बनायेंगे' कहते हुए उप्र. पुलिस की गोली से खुद अकाल मौत की नींद सो कर भाजपा को संसद में पहली बार 163 के स्कोर तक पहुंचाकर सबसे बड़े दल के रूप में उभारने के औजार बने थे। क्या आपको 2002 के गुजरात दंगों का पोस्टर बॉय बन गया सिर पर लाल पटका बांधे हाथ में लोहे की रॉड लिये अज्ञात दुश्मनों को ललकारते अशोक मोची की तस्वीर याद है? आपको वह चंदन गुप्ता याद है जो 26 जनवरी, 2018 को कासगंज में तिरंगा यात्रा निकालने के चक्कर में मारा गया था? क्या पांच-सात साल बाद किसी व्यक्ति को इसी साल गांधी जी की शहादत के दिन मूक प्रदर्नकारियों को हाथ में तमंचा लिये 'आओ, किसको चाहिये आजादी' ललकारते हुए फायर करने वाला गोपाल शर्मा याद रहेगा? नहीं ना, क्योंकि इन जैसे तमाम चेहरे अपना उल्लू सीधा करने के बाद हवा में विलीन होने के लिए ही तैयार किये जाते हैं। दूर न जाकर आप केवल कश्मीर के आतंकवाद समर्थक ने